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2 years ago .New Delhi, Delhi, India

Shani Pradosh Vrat 2022: शनि प्रदोष व्रत के दिन करें ये खास उपाय, आर्थिक तंगी होगी दूर

हिन्दू धर्म में शनि प्रदोष व्रत के उपाय बताए गए है जिनको करने से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्ति होती है. तो चलिए हम आपको बताएंगे उन उपाय के बारें में.

Written by:Kaushik
Published: October 22, 2022 02:24:31 New Delhi, Delhi, India

Shani Pradosh Vrat 2022: कार्तिक महीने का पहला प्रदोष व्रत आज (22 अक्टूबर) को रखा जाएगा. यह प्रदोष व्रत बहुत शुभ संयोग लेकर आ रहा है. ऐसे में शनि, शिव और मां लक्ष्मी की कृपा पाने का बहुत शुभ अवसर है. शनि प्रदोष व्रत (Shani Pradosh Vrat 2022) के अलावा इसी दिन धनतेरस (Dhanteras) भी है और शनिवार होने से यह शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा. इस व्रत में प्रदोष काल में पूजा-अर्चना करने का अधिक महत्व होता है. भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा से भक्त को सभी प्रकार के सुखों का अनुभव होता है. हिन्दू (Hindu) धर्म में शनि प्रदोष (Shani Pradosh Vrat 2022 Date) के उपाय बताए गए है जिनको करने से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्ति होती है. तो चलिए हम आपको बताएंगे उन उपाय के बारें में.

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शनि प्रदोष व्रत के उपाय

-शनि की अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए इस दिन स्नान कर शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें. कहते हैं इससे आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और जीवन के समस्त कलह-क्लेश दूर हो जाते हैं.

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– शनि प्रदोष व्रत वाले दिन जरुरतमंदों को अन्न, वस्त्र या जूते-चप्पल का दान करना बहुत पुण्यकारी होता है. मान्यता है इससे शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त से जाने-अनजाने में हुए पापों को क्षमा करते हैं.

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– शनि प्रदोष व्रत में भोलेनाथ का प्रदोष काल में रुद्राभिषेक कर शिव चालीसा का पाठ और शनि देव का तेल चढ़ाकर शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. कहते हैं इससे पितृदोष और साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव में कमी आती है.

कार्तिक शनि प्रदोष व्रत 2022 शुभ मुहूर्त

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि शुरू – 22 अक्टूबर 2022, शाम 06.02

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि समाप्त – 23 अक्टूबर 2022, शाम 06.03

भगवान शिव जी की पूजा का मुहूर्त – शाम 06.07 – रात 08.36 (22 अक्टूबर 2022)

बता दें कि प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा संध्या काल में की जाती है. सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल शुरू होता है. इस दिन पूजा के लिए 2:30 मिनट का समय होगा.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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