Home > Mahalaxmi Vrat: इस दिन से होगी महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत, जानें शुभ मुहर्त और कथा
opoyicentral
आज की ताजा खबर

2 years ago .New Delhi, Delhi, India

Mahalaxmi Vrat: इस दिन से होगी महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत, जानें शुभ मुहर्त और कथा

  • महालक्ष्मी व्रतों की शुरुआत 4 सितंबर 2022 से हो रही है
  • वहीं इनके समापन की अगर बात करें, तो वह 17 सितंबर को होगा
  • महालक्ष्मी व्रत करने से मां लक्ष्मी की आप पर विशेष कृपा होती है

Written by:Ashis
Published: September 01, 2022 11:07:13 New Delhi, Delhi, India

आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसके पास धन (Money) व वैभव (Wealth) बढ़ता रहे. इसके लिए वह बहुत तरह के जतन भी करता है. लेकिन आपको भी पता है कि महालक्ष्मी (Maa Laxmi) को खुश कर पाना इतना भी आसान नहीं है. इसके लिए मेहनत और लगन के साथ सच्ची श्रद्धा का होना बहुत जरूरी है. तो चलिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप ऐसा क्या करें कि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे. दरअसल, जल्द ही महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat 2022) की शुरुआत होने वाली है. यह व्रत 16 दिनों तक रखा जाता है. इन 16 दिनों तक महिलाएं महालक्ष्मी के लिए व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा अर्चना ( Mahalxmi Puja) करती हैं. मान्यतानुसार ऐसा कहा जाता है कि इन दिनों में जो भी सच्चे श्रद्धा भाव से मां को प्रसन्न कर लेता है. उसके घर में कभी भी धन और वैभव की कमी नहीं होती है.

यह भी पढ़ें: Rishi Panchami 2022: ऋषि पंचमी पर आएगी सुख-समृद्धि, जानें व्रत की पूजन विधि

महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत

महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से हो जाती है और 16 दिनों तक यह व्रत रखा जाता है. इस बार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 3 सितंबर को लग रही है. लेकिन व्रत की शुरुआत 4 सितंबर से की जाएगी. जो कि अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी की 17 सितंबर को समाप्त होंगे. इन व्रतों को रखकर व विधि विधान से माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर के उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: इस सप्ताह गणेश चतुर्थी से लेकर राधाष्टमी व्रत तक मनाए जाएंगे ये त्योहार, देखें लिस्ट

शुभ मुहुर्त

वहीं हर भारतीय त्योहार की तरह ही महालक्ष्मी पूजन के लिए भी शुभ मुहुर्त का पता होना बहुत जरूरी है. आपको बता दें कि इस बार भाद्रपद शुक्ल की अष्टमी तिथि 3 सितंबर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट से शुरू हो रही है और 4 सितंबर सुबह 10 बजकर 39 मिनट तक रहने वाली है. ऐसे में उदया तिथी के अनुसार, महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 4 सितंबर से की जाएगी.

यह भी पढ़ें: Gowri Habba 2022: गणेश चतुर्थी से पहले माता गौरी का पूजन लाता है सौभाग्य, जानें पूजा विधि और महत्त्व

महालक्ष्मी व्रत से संबंधित पौराणिक कथा

महालक्ष्मी व्रत से संबंधित पौराणिक कथा के अनुसार, एक बहुत ही तेजस्वी राजा हुआ करते थे. सबकुछ होने के बाद भी उनके पास संतान नहीं थी. फिर किसी महंत ने उन्हें सलाह दी कि वह महालक्ष्मी का ध्यान करें. उनकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी. उन्होंने उनकी बात मानकर महालक्ष्मी का सच्चे मन से ध्यान किया. तो माता ने रात में उनके स्वप्न में आकर 16 दिनों का व्रत करने की बात कही. सपने में महालक्ष्मी के दर्शन होने के बाद राजा ने ऐसा ही किया. कहा जाता है कि व्रत रखने के बाद उनको संतान की प्राप्ति हुई, तब से हर तरफ महालक्ष्मी का व्रत किए जाने की परंपरा का प्रारंभ हुआ.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

Related Articles

ADVERTISEMENT

© Copyright 2023 Opoyi Private Limited. All rights reserved