Somvati Amavasya Do’s And Don’ts In Hindi: हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है. आपको बता दें कि पितृ दोष से मुक्ति पाने व पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सोमवती अमावस्या का दिन बहुत ही शुभ माना गया है. इस दिन पितरों को जल और तिल देने की देने की परंपरा है. गौरतलब है कि सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya Do’s And Don’ts) का व्रत सोमवार के दिन होने के चलते इसका मान बढ़ जाता है. इस दिन विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. हिंदू मान्यता के अनुसार, इस दिन गंगा में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है. इस बार सोमवती अमावस्या 17 जुलाई को है. मान्यता है कि सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya Do’s And Don’ts) में गंगा स्नान करने से व्यक्ति के पिछले और वर्तमान जन्म के समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है. इस दिन कुछ काम करने चाहिए और कुछ काम भूलकर नहीं करने चाहिए.

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सोमवती अमावस्या पर क्या नहीं करना चाहिए?

1- सोमवार के दिन भूलकर भी पितरों के बारे में बुरा भला नहीं कहना चाहिए. इसके अलावा अपने से बड़े बुजुर्गों का भी अनादर नहीं करना चाहिए.

2- इस दिन कुत्ता, कौआ और गाय को खिलाए गए भोजन का अंश हमारे पितरों को प्राप्त होता है. इसलिए इस दिन भूलकर भी इन जीवों के साथ साथ अन्य किसी जीव को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए. ऐसा करने से आपके पितर रुष्ट हो सकते हैं.

3- सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya Do’s And Don’ts) के दिन विवाहित लोगों को ब्रह्मचर्य का पूर्णता पालन करना चाहिए. मान्यतानुसार, इस दिन भूलकर इन नियमों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए

4- सोमवती अमावस्या के दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए, ऐसा करने से आपका भाग्य आपसे रूठ जाता है और आपको जीवन में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

5- सोमवती अमावस्या के दिन खान पान का विशेष ध्यान देना चाहिए. इस दिन मांस मदिरा के साथ साथ तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. इस दिन प्याज और लहसुन का सेवन करने से बचना चाहिए.

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सोमवती अमावस्या पर क्या करना चाहिए?

1- सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya Do’s And Don’ts) के दिन पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है, इसलिए इस दिन अपनी निकट की किसी पवित्र नदी में स्नान अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से तन के साथ साथ मन भी पवित्र हो जाता है.

2- सोमवती अमावस्या के दिन दान दक्षिणा का विशेष महत्व माना गया है. ऐसे में इसदिन महात्मा, साधु और ब्राह्मणों को भोजन करवाने के साथ साथ वस्त्र दान में देने चाहिए.

3- सोमवती अमावस्या के दिन पितरों को जल तर्पण जरूर करना चाहिए, ऐसा करने से पितृदोष का प्रभाव धीरे धीरे कम होने लग जाता है.

4- सोमवती अमावस्या के दान पितरों को प्रसन्न करने के लिए चावल और दूध का भी दान किया जा सकता है. इस काम को करने से नाराज पितर भी प्रसन्न हो जाते हैं और आप पर अपने आशीर्वाद की बारिश करते हैं.

5- इस दिन आटे में तिल मिलाकर रोटी बनानी चाहिए और फिर उसे गाय को खिला देनी चाहिए. ऐसा करने से घर-परिवार में सुख-शांति रहती है और घर में सुख समृद्धि का आगमन होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)