Sarva Pitru Amavasya 2022:आश्विन महीने में पड़ने वाली अमावस्या (Amavasya) को सर्वपितृ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में साल के सोलह दिनों को पितृ या पूर्वजों को समर्पित किया गया है. इस बार सर्वपितृ अमावस्या 25 सितंबर 2022 को है. हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष (Shradh Paksh) या पितृ पक्ष (Pitru Paksh) का बहुत महत्व माना जाता है. हिन्दू धर्म में सर्वपितृ अमावस्या के दिन कुछ काम करने की मनाही है. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सर्वपितृ अमावस्या के दिन कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए. माना जाता है कि उन काम को करने से पितर नाराज हो जाते हैं.

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1.केवल इन पितरों का करें श्राद्ध-इस दिन सिर्फ उन्हीं पितरों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु तिथि हम भूल चुके हैं या फिर उनका देहांत अमावस्या तिथि पर हुआ है. बता दें कि अपने पितरों का श्राद्ध उनकी मृत्यु तिथि पर करना ही सही माना जाता है.

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2.नाखून और बाल काटने से बचें- सर्वपितृ अमावस्या के दिन नाखून और बाल आदि ना कटवाएं. हिन्दू धर्म के अनुसार, जो इंसान ये काम करता है. तो उसको पितृ दोष के भयानक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा आप इस दिन चीजों को खरीदकर घर लाने की गलती भी न करें.

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3.क्या खाएं क्या ना खाएं- इस दिन आपको मांस, अंडा या मदिरा पान का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अतिरिक्त प्याज, लहसुन या तामसिक भोजन भी नहीं खाना चाहिए. सर्वपितृ अमावस्या पर अलसी, मसूर की दाल, कुलथी और धतूरा आदि का ही सेवन करें. इस दिन आप साधारण और सात्विक भोजन ही करें.

4.दरवाजे से किसी को न लौटाएं खाली हाथ-सर्वपितृ अमावस्या के दिन घर से किसी को भी बिना कुछ दिए हुए उसे वापस न करें. कोई गरीब ब्राहमण, महिला और असहाय आदि कुछ मांग रहा है. तो उसे अपनी क्षमता के अनुसार, कुछ न कुछ अवश्य दें. मान्यता है कि ये काम करने से पितर प्रसन्न होते हैं.

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5.किसी का अपमान न करे: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सर्वपितृ अमावस्या के दिन आप ज्ञात-अज्ञात किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए.किसी को भी बुरा न कहें. नहीं तो पितर नाराज हो जाते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)