भारत में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत आज 24 मार्च से हो गई है. आज के दिन से ही रोजा रखने की शुरुआत भी हो गई है. जो कि 30 दिनों तक चलती है. आपको बता दें कि मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान (Ramadan 2023 Roza Rules) एक पवित्र म​हीना है, जिसमें पूरे माह रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. रमजान (Ramadan 2023) इस्लामिक कैलेंडर का 9वां माह है. इस पूरे माह खुदा के बताए रास्ते पर चलने और मानवता की सेवा करने की कोशिश होती है. गौरतलब है कि रमजान के महीने में गरीबों को अपनी कमाई का एक हिस्सा दान किया जाता है, जो उनके जीवन में भी खुशहाली लाता है.

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रोजा रखने के सही नियम?

अधिकतर लोगों को लगता है कि रोजा रखने के दौरान इंसान को सिर्फ खाने पीने की इजाजत नहीं होती है और कोई मुस्लिम व्यक्ति ऐसा कर लेता है, तो उसका रोजा सफल माना जाता है. लेकिन ऐसा नहीं है. आपको बता दें कि रमजान के महीने में रोजेदार को बहुत सी महत्वपूर्ण बातों के साथ छोटी छोटी बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है. वरना उसके सारे किए किराए पर पानी फिर सकता है और उसका रोजा टूट सकता है. जी हां, मुस्लिम धार्मिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रोजेदार को खाने पीने के अलावा अन्य कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है.

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रोजे में क्या नहीं करना चाहिए?

धार्मिक गुरू के मुताबिक, रोजा रखने के दौरान जुबान के साथ साथ नजरों का भी ध्यान रखना होता है. मतलब कि अगर रोजेदार किसी को गलत निगाहों से देखते हैं, तो इससे भी उनका रोजा टूट सकता है. इसके अलावा रोजे के दौरान झूठ बोलना या पीठ पीछे बुराई करना भी हराम माना गया है. ऐसा करने के अलावा सेहरी के बाद या इफ्तार से पहले जानबूझकर कुछ भी खा लेने वाले या पानी पीने वाले लोगों का रोजा भी टूट जाता है. एक और अहम चीज कि अगर रोजेदार (Ramadan 2023 Roza Rules) के दांत में कुछ खाना फंसा हुआ है और वह उसे अंदर निगल लेता है, तो इससे भी रोजा टूट सकता है. वहीं किसी को गाली देने, अपशब्द कहने या फिर दिल दुखाने से भी रोजा टूट सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)