Indira Ekadashi 2022: हिंदू (Hindu) धर्म में एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है. प्रत्येक महीने में एकादशी दो बार पड़ती है. आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi Vrat) कहते हैं. इस वर्ष यह व्रत 21 सितंबर, बुधवार (Indira Ekadashi 2022 ) को पड़ रहा है. यह एकादशी पितृपक्ष के दौरान आती है. इसी वजह से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. मान्यता है कि जो इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi 2022 Kab Hai) का व्रत रखता है. उसे पितृ पक्ष में श्राद्ध करने के समान फल की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के मुताबिक, पितृ पक्ष में पड़ने वाली इंदिरा एकादशी के दिन कुछ नियमों का पालन करना चाहिए.

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इस लेख में हम आपको बताएंगे इस व्रत के दिन कौन-कौन से काम करने की मनाही है. वरना आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

इंदिरा एकादशी के कौन से काम न करें

1.शास्त्रों के मुताबिक, एकादशी के दिन चावल खाने की मनाही होती है. हिन्दू मान्यता के अनुसार, इस दिन चावल खाने से इंसान का जन्म का जन्म रेंगने वाले जीव की योनि में होता है. इसके साथ ही इंदिरा एकादशी व्रत नहीं रखने वालों को भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए.

2.इंदिरा एकादशी के दिन आपको वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए. इस दिन आप भगवान विष्णु का ध्यान करें.

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3.शास्त्रों के मुताबिक, इंदिरा एकादशी के दिन महिलाओं का अपमान नहीं कर चाहिए. ऐसा माना जाता है कि जो इंसान इस दिन महिलाओं का अपमान करता है. उसे कष्टों का सामना करना पड़ता है.

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4.धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन मंदिरा-पान का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने वाले जातक को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.