Bhadrapada 2022 Vrat Tyohar: सावन का महीना खत्म हो चुका है और 12 अगस्त से
भाद्रपद मास की शुरूआत हो चुकी है. हिंदू धर्म के अनुसार, भाद्रपद का महीना भी
सावन माह के तरह काफी खास और धार्मिक माना जाता है. जी हां, जिस प्रकार सावन का
महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. उसी प्रकार यह भाद्रपद महीना पूरी तरह से
भगवान श्री कृष्ण को समर्पित होता है. इसी मास में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2022) , पति की
लंबी आयु के लिए हरितालिका तीज का व्रत (Haritalika Teej Vrat 2022) के साथ-साथ गणेश चतुर्थी, राधा अष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भाद्रपद अमावस्या, प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि जैसे
अन्य प्रमुख व्रत-त्योहार भी पड़ते हैं. तो चलिए जानते हैं कि आखिर कौन सा त्योहार
या व्रत, किस तारीख को पड़ने वाला है.

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भाद्रपद मास में पड़ने वाले त्योहार/व्रत की सूची

– 12 अगस्त 2022, शुक्रवार- भाद्रपद कृष्ण पक्ष प्रतिपदा
तिथि

– 14 अगस्त 2022, रविवार- कजरी तीज, कजली तीज, बूढ़ी तीज

– 15 अगस्त 2022, सोमवार- बहुला चतुर्थी व्रत, संकष्टी चतुर्थी व्रत

– 18 अगस्त 2022, बृहस्पतिवार- श्री​कृष्ण जन्माष्टमी

– 23 अगस्त 2022, मंगलवार- अजा एकादशी

– 24 अगस्त 2022, बुधवार- मासिक प्रदोष व्रत

– 25 अगस्त 2022, गुरुवार- मासिक शिवरात्रि

– 27 अगस्त 2022, शनिवार- भाद्रपद अमावस्या

– 28 अगस्त 2022, रविवार- भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रारंभ

– 30 अगस्त 2022, मंगलवार- हरतालिका तीज

– 31 अगस्त 2022, बुधवार- गणेश चतुर्थी

– 01​ सितंबर 2022, बृहस्पतिवार- ऋषि पंचमी

– 04 सितंबर 2022, रविवार- राधा अष्टमी

– 08 सितंबर 2022, गुरुवार- प्रदोष व्रत, ओणम


09 सितंबर 2022, शुक्रवार- अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन

– 10 सितंबर 2022, शनिवार- भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, पितृ पक्ष प्रारंभ

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अजा एकादशी व्रत

भाद्रपद के महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी को
अजा एकादशी (Aja Ekadashi) कहा
जाता है. धार्मिक दृष्टि से अजा एकादशी (Aja Ekadashi 2022 Date) व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस वर्ष
ये व्रत 23 अगस्त को रखा जाएगा. मान्यता है कि अजा एकादशी व्रत करने से व्यक्ति के
पापों का नाश हो जाता है, जो
इस व्रत (Aja Ekadashi 2022
Vart) को रखता है. वह
इस लोक में सुख भोगकर अंत में विष्णु लोक में पहुंच जाता है

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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद कृष्ण अष्टमी
तिथि को मनाई जाती है. मान्यतानुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के
कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. भगवान श्रीकृष्ण के
जन्मोत्सव को ही जन्माष्टमी के रूप में हर तरफ बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस
दिन व्रत रखकर पूरे विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है. इस वर्ष
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 18 – 19 अगस्त को मनाई जा रही है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.