World Post Day 2023: पत्र, पार्सल या किसी विशेष वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने में डाक विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह किसी व्यक्ति विशेष के बीच लिखित रूप में आदान-प्रदान किए गए संचार को संदर्भित करता है. डाकघर का प्राथमिक कार्य पत्रों, धन और पार्सल आदि का संग्रह, प्रसंस्करण, प्रसारण और वितरण है. डाकघर लोगों को लंबी दूरी तक लिखित रूप में संचार करने में मदद करता है. हालांकि बदलते दौर में ये काम सोशल मीडिया के जरिए भी पूरे हो रहे हैं, लेकिन पोस्ट के महत्व को आज भी नकारा नहीं जा सकता. आइए जानते हैं इससे जुड़ी महत्व और इतिहास के बारे में.
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विश्व डाक दिवस 2023 का थीम
विश्व डाक दिवस हर साल किसी खास थीम के साथ मनाया जाता है. विश्व डाक दिवस 2023 की थीम “विश्वास के लिए एक साथ: एक सुरक्षित और जुड़े भविष्य के लिए सहयोग (Together for Trust: Collaborating for a Safe and Connected Future)” है.
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विश्व डाक दिवस 2023 का इतिहास
विश्व डाक दिवस पहली बार 1969 में टोक्यो, जापान में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन कांग्रेस द्वारा घोषित किया गया था. विश्व डाक दिवस 9 अक्टूबर को मनाया गया क्योंकि इसी दिन स्विट्जरलैंड में वर्ष 1874 में सार्वभौमिक डाक दिवस की शुरुआत की गई थी. यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन ने संचार में वैश्विक क्रांति की शुरुआत की और इसने दुनिया में दूसरों को पत्र लिखने की क्षमता शुरू की. विश्व डाक दिवस की शुरुआत के बाद से, दुनिया भर के देशों ने इस दिन आयोजित होने वाले समारोहों में भाग लिया.
विश्व डाक दिवस का महत्व
डाक क्षेत्र के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व डाक दिवस मनाया जाता है. यह दिन लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में डाक क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका की भी याद दिलाता है. सामाजिक और आर्थिक विकास में डाक क्षेत्र के योगदान को मान्यता देने के लिए विश्व डाक दिवस मनाया जाता है. हर साल इस दिन यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन साल की सर्वश्रेष्ठ डाक सेवा की घोषणा करता है.