श्रीलंका (Sri Lanka) में जारी संकट के बीच देश को नया प्रधानमंत्री मिल चुका है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) को श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री (Prime Minister) चुना गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें इससे पहले महिंदा राजपक्षे देश के प्रधानमंत्री थे और उन्होंने देश में जारी आर्थिक संकट के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

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बता दें कि रानिल विक्रमसिंघे इससे पहले भी श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. विक्रमसिंघे चार बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. साल 2020 में जब महिंदा राजपक्षे प्रधानमंत्री बने थे. उस समय रानिल विक्रमसिंघे ही श्रीलंका के प्रधानमंत्री थे. 70 के दशक में राजनीति में आने से पहले रानिल वकालत किया करते थे.

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साल 1977 में पहली बार वह सांसद चुने गए. इसके बाद वह उप विदेश मंत्री, युवा और रोजगार मंत्री बने. इसके अलावा भी वह कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. फिर बाद में वह श्रीलंका के प्रधानमंत्री भी बने.

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) ने कहा था कि जो भी नया प्रधानमंत्री और कैबिनेट होगी उसमें राजपक्षे परिवार का कोई भी सदस्य नहीं होगा. हालांकि रानिल विक्रमसिंघे के प्रधानमंत्री बनने से ये कहा जा सकता है कि राजपक्षे परिवार के खास को ही प्रधानमंत्री बनाया गया. भले ही रानिल दूसरी पार्टी में हैं परंतु राजपक्षे परिवार से उनकी नजदीकियां किसी से भी छिपी नहीं है.

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देश में जारी आर्थिक संकट की वजह से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के भाई महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया ने कहा था कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. गोटबाया राजपक्षे ने देश के नाम संबोधन में कहा था कि वह देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त करेंगे.

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