वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट (Union Budget 2021-2022) पेश किया. इसपर देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों की प्रतिर्किया आई है. मुख्यमंत्रियों की प्रातक्रिया पर एक नजर- 

राजस्थान के सीएम गहलोत 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आम बजट को गरीब और किसान विरोधी, महंगाई बढ़ाने वाला, दिशाहीन और निराशाजनक बजट बताया. उन्होंने कहा कि देश के मध्यम वर्ग करदाताओं को उम्मीद थी कि मोदी सरकार आयकर ‘स्लैब’ में बदलाव कर कोई राहत देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ, इस बजट से समाज का हर तबका पूरी तरह से निराश हुआ है.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने कहा, “बजट काफी निराशाजनक था. सरकारी बैंक, बंदरगाह, बीमा कंपनी, गोदामों को सरकार निजी कंपनियों के हाथ में बेचने की तैयारी में है. किसान, बेरोज़गार, नौकरीपेशा और मध्यमवर्ग के लिए कुछ नहीं है. पेट्रोल और डीजल में सेस लगेगा तो कृषि में बोझ बढ़ेगा.”

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने कहा, “ये बजट काफी संतुलित है. कोविड के कारण कितना काम करना पड़ा है, हर क्षेत्र में समस्याओं का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद हर चीज को संतुलित करते हुए जो बजट पेश किया गया, उसके लिए हम सरकार को बधाई देते हैं.”

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने बजट पर कहा, “गरीबों के मनरेगा में तो कोई बदलाव नहीं हुआ. आत्मनिर्भर भारत इतनी बार बोला गया है कि अब वो आत्म बेचो भारत सा हो गया है.”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, “यह बजट आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने वाला है. किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ भ्रमित किया गया है. ये कृषि क़ानून किसानों के हित में है.”

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

चौहान ने कहा, “वित्त मंत्री ने जो बजट पेश किया है वह आत्मनिर्भर भारत का बजट है. इस बजट में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. मैं मानता हूं कि कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलने वाला यह बजट है.”

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “इस बजट में परिवहन मंत्रालय को 1,18,000 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. देश में जितना परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर ज्यादा होगा उतनी ही देश की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी. नए निवेशक आएंगे, उद्योग लगेंगे और रोज़गार उपलब्ध होगा.”

दिल्ली की आप सरकार 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “बजट में केंद्र सरकार ने दिल्ली के साथ धोखा किया है. दिल्ली को सिर्फ 325 करोड़ रुपये दिए हैं. दिल्ली को पिछले 17 सालों से केंद्र सरकार 325 करोड़ रुपये देती आई हैं. एक रुपये भी नहीं बढ़ाया। उम्मीद थी कोरोना काल में पैसा बढ़ाकर दिया जाएगा.” 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र के सीएम ठाकरे ने सोमवार को केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केन्द्रीय बजट पूरे देश के लिये होना चाहिये, ”चुनावों के लिये नहीं.” ठाकरे ने कहा, ”मैं जल्दबाजी में बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा. मैं बाद में बोलूंगा लेकिन मैंने (बजटीय प्रावधानों) के बारे में अभी तक जो सुना है, उसके बाद मैं बस यही कहूंगा कि बजट चुनावों के लिये नहीं बल्कि पूरे देश के लिये होना चाहिए. यह बजट देश के लिए है, चुनावों के लिए नहीं. ”