‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है (Tallest Statue In The World), जो भारत के लिए गौरव की बात है. यह मूर्ति सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की है,  जिसको देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं. इस तरह गुजरात में स्थित यह प्लेस पर्यटकों के लिए एक फेवरेट डेस्टिनेशन बन गया है. इस मूर्ति की ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि इसने देश के टॉप 5 स्मारकों को पछाड़ दिया है. अगर आप लोगों को जिज्ञासा है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई कितनी है और इसे बनाने में कितना खर्च आया है? तो हम आपको बताते हैं इस स्टैच्यू के बारे में सबकुछ. जिसे जानकर आपको भी होगी हैरानी.

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‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाने में कितना आया खर्च

गुजरत के सरदार सरोवर डैम पर बनी विशालकाय ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को बनाने में 2989 करोड़ का खर्च आया था. ये मूर्ति इतनी बड़ी है कि इसे बनाने में मजदूरों की भी बहुत बड़ी संख्या थी. बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने के लिए 2500 मजदूरों की एक बड़ी टोली और साथ में 200 इंजीनियरों ने काम किया था.

कितनी है ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की ऊंचाई?

गुजरात के सरदार सरोवर डैम पर बनी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’  की ऊंचाई 182 मीटर है.  जो अमेरिका के न्यूयॉर्क में बनी ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी है, क्योंकि स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की कुल ऊंचाई 93 मीटर है. बात इसके भार की करें तो इसका कुल वजन 1700 टन है. मूर्ति के पैर की ऊंचाई 80 फीट और हाथ की ऊंचाई 70 फीट है. इस मूर्ति के कंधे की ऊंचाई 140 फीट और चेहरे की ऊंचाई 70 फीट  है.

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 क्या है ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में खास

विशालकाय ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर्यटकों के लिए एक फेमस पर्यटक स्थल बन गया है. इस मूर्ति में बहुत कुछ खास बातें हैं जो पर्यटकों को हैरान करती हैं, जैसे-

1 मूर्ति के अंदर 2 लिफ्ट लगी हुई हैं जो पर्यटकों को सरदार पटेल की छाती तक ले जाती है, जहां से पर्यटक सरदार सरोवर बांध का सुंदर नजारा देख सकते हैं.

2 सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति तक जाने के लिए पुल और बोट की भी सुविधा उपलब्ध है.

3. इस मूर्ति ने देश की 5 सबसे टॉप स्मारकों को पछाड़ते हुए अपना पहला स्थान प्राप्त किया है.

4. मूर्ति को भूकंप विरोधी बनाया गया है, यह मूर्ति 6.5 तीव्रता के भूकंप को भी सह सकती है.

5. मूर्ति को इंजीनियर्स ने चार चरणों मॉक-अप, 3डी, स्कैनिंग तकनीक और कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल प्रोडक्शन तकनीक के जरिए पूरा किया है.

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6.  सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति को चार धातुओं के मिश्रण से तैयार किया गया है. ताकी मूर्ति को लंबे समय तक जंग न लग सके और वो चमकती रहे.

7. मूर्ति बनाने में इस्तेमाल धातुओं में से 85% तांबा इस्तेमाल किया गया है और  5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिइंफोर्समेंट बार्स भी इस्तेमाल किया गया है.

8. यह मूर्ति 22500 मीट्रिक टन सीमेंट से बनी है इससे इसकी मजबूती का अंदाजा लगाया जा सकता है.

9. मूर्ति को तैयार करने के लिए लाखों टन लोहा लगा था, लोहे की पूर्ति करने के लिए आम लोगों से भी लोहा संग्रह किया गया था.

10. इस मूर्ति को बनाने में 46 महीने का लंबा वक्त लगा तब जाकर लौह पुरुष की ये मजबूत मूर्ति तैयार हुई.