किसानों का आंदोलन धीरे-धीरे काफी रफ्तार पकड़ चुका है. गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई हिंसा के बाद आंदोलन में जो ढिलाई आई थी वो गाजीपुर सीमा पर मचे संग्राम के बाद दूर हो गई है. राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब से किसानों में जोश आता दिखा है और सभी उनके समर्थन में सिंघु बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं. पश्चिम यूपी और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से किसान गाजीपुर बॉर्ड पर जमा होने लगे हैं. पुलिस और किसानों में झड़प हुई.