Air Force Day के मौके पर गाजियाबाद स्थित हिंडन में 88वां वायुसेना दिवस मनाया गया. इस मौके पर वायुसेना ने दुनिया को अपनी ताकत दिखाई. कार्यक्रम में राफेल समेत ध्रुव हेलिकॉप्टर, मिराज-2000, जगुआर, तेजस, सुखोई-30 एमकेआई जैसे कई विमानों का शामिल किया गया. राफेल और तेजस ने उड़ान भरी और सभी को रोमांचित कर दिया. वहीं, इस मौके पर एयर चीफ मार्शल आकेएस भदौरिया ने कहा, हम हमेशा अपने दुश्मनों से निपटने के लिए तैयार हैं.

एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने गुरुवार को वायुसेना दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में पूर्वी लद्दाख में वायुसेना की युद्ध संबंधी तैयारियों का जिक्र करते हुए कहा कि बल ने अपने संकल्प, अभियान क्षमता और जरूरत पड़ने पर अपने दुश्मन से प्रभावी तरीके से निपटने की इच्छाशक्ति का ‘‘स्पष्ट’’ तरीके से प्रदर्शन किया है.

वायुसेना प्रमुख ने हवाई योद्धाओं की हालिया गतिरोध के दौरान उत्तरी सीमा में त्वरित तैनाती के लिए प्रशंसा की तथा किसी भी तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए बहुत कम समय में लड़ाकू साजो सामान की तैनाती के बारे में भी बात की.

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पांच महीने तक गतिरोध के हालात बने रहे. इस बीच वायुसेना ने किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिहाज से क्षेत्र में महत्वपूर्ण तैनातियां की हैं.

वायुसेना दिवस के अवसर पर हिंडन में आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘उत्तरी सीमाओं पर हाल के गतिरोध के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए मैं सभी वायु योद्धाओं की सराहना करता हूं, तब हमने किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए अपने लड़ाकू साजो सामान को अल्प सूचना पर तैनात किया तथा भारतीय सेना के लिए तैनाती और जीवनाधार की सभी आवश्यकताओं के लिए सक्रिय समर्थन प्रदान किया.’’

उन्होंने कहा कि हाल ही में बेड़े में शामिल राफेल, चिनूक और अपाचे जंगी विमानों से शत्रुओं से मुकाबला करने की हमारी क्षमता में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है.

वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, ‘‘हमने अपने संकल्प, अपनी संचालन क्षमता और प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने की इच्छाशक्ति का स्पष्ट रूप से प्रदर्शन किया है.’’