Hindi Diwas facts; हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. साथ ही ये भारत में सबसे अधिक बोली जाती है. बहुत से लोग ऐसा समझते हैं कि हिंदी हमारे देश की राष्ट्रभाषा है लेकिन साफ कर दें कि भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है. यहां पर लगभग 500 से ज्यादा अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है और हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया. इसी के चलते 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. आइए इस दिन से जुड़ी कुछ ख़ास बातें जान लेते हैं. 

यह भी पढ़ें: हिंदी दिवस 14 सितंबर को ही क्यों मनाते हैं? जानें नेहरू से इसका संबंध

हिंदी दिवस के बारे में 10 रोचक बातें

* 14 सितंबर, 1953 को पहली बार देश में हिंदी दिवस मनाया गया और इसके बाद हर साल ‘हिंदी दिवस’ को मनाया जाता है.

भारत के उत्तर भारत में राजस्थान, उत्तर-प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, झारखंड, छत्तीगढ़, मध्य-प्रदेश में हिंदी बोली और समझी जाती है.

हिंदी भाषा भारत के 22 भाषाओं में से एक है, जिसे अलग-अलग वर्ग के लोग उपयोग में लाते हैं.

यह भी पढ़ें: Hindi Diwas Status, Poster, Slogan, Quotes: हिंदी दिवस पर अपने परिजनों को भेजें ये हार्दिक शुभकामनाएं

अंग्रेजी ने अवतार, बंग्लो, जंगल, खाकी, कर्म, लूट, मंत्र, निर्वाण, शैंपू, ठग, योग, गुरु जैसे शब्द हिंदी से लिए हैं.

साल 1805 में प्रकाशित श्रीकृष्ण पर आधारित किताब ‘प्रेम सागर’ को हिंदी में लिखी गई पहली किताब मानी जाती है.

यह भी पढ़ें: Hindi Diwas 2022: हिंदी दिवस के मौके पर इन बेस्ट स्लोगन और नारों का करें इस्तेमाल

हमारे देश में सबसे पहले हिंदी को कार्यालय की भाषा बिहार ने बनाया था.

देश में कुल 22 अनुसूचित भाषाएं हैं, इनमें से हिंदी और अंग्रेजी को आधिकारिक तौर पर संघ स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है.

देश में करीब 77 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं जबकि लगभग 27 करोड़ लोग अंग्रेजी भाषा का उपयोग करते हैं.

यह भी पढ़ें: Hindi Diwas Speech 2022: हिंदी दिवस के अवसर पर दें ये शानदार भाषण, हर तरफ होगी आपकी तारीफ

एक तथ्य यह भी है कि 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी के पुरोधा व्यौहार राजेन्द्र सिंहा का 50-वां जन्मदिन था, जिन्होंने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए बहुत लंबा संघर्ष किया.

हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 1975 से ‘विश्र्व हिंदी सम्मेलन’ का आयोजन शुरू किया गया.