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2 years ago .Bihar, India

केले की खेती इस तकनीक से करने पर सरकार दें रही 50 फीसदी की सब्सिडी, जानें सबकुछ

बिहार में केले की खेती करने वाले किसानों के लिए बहुत अच्छी खबर है. सरकार केले की खेती टिशू कल्चर से करने पर दे रही 50 फीसदी की सब्सिडी. यहां जानें इस योजना के बारे में सबकुछ.

Written by:Kaushik
Published: September 02, 2022 10:38:40 Bihar, India

Subsidy on Banana Farming: देश में आज के समय खेती (Farming) करने के लिए नई-नई तकनीकें आ चुकी हैं. सरकार भी इन तकनीकों के इस्तेमाल के लिए किसानों को लगातार प्रोत्साहित करने का काम कर रही हैं. इसका लाभ खेती में किसानों (Subsidy News) की बढ़ोतरी में मुनाफ़े के रूप पर नजर आ रहा है. इसी कड़ी में बिहार सरकार (Bihar Government)टिशू कल्चर (Tissue Culture) से केले की खेती (Banana Farming)करने वाले किसानों को 50 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है.

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कितनी मिलेगी सब्सिडी

बिहार सरकार के अनुसार, टिशू कल्चर से खेती करने के समय एक हेक्टेयर में 1 लाख 25 हजार रुपये का खर्चा आता है. किसानों को इसका 50 फीसदी यानी 62,500 रुपये सब्सिडी के रूप में मिलेंगे, जिन किसानों को इस योजना का लाभ लेना है. वह इसके लिए वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर अप्लाई करें.

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क्या है टिशू कल्चर से केले की खेती

टिशू कल्चर के द्वारा केले की खेती में इसके बढ़िया प्रजातियों के पौधे तैयार किए जाते हैं. इसमें पौधे रोग रहित और स्वस्थ होते हैं. इसके विकास से लेकर इसके पुष्पन तक सब एक साथ होता है. फलों का प्रकार और आकार बिल्कुल एक तरह ही होता है.

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इतने दिनों में तैयार हो जाती है फसल

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टिशू कल्चर के द्वारा पौधों से रोपण के बाद 12 से 14 महीने बाद केले की पहली फसल तैयार हो जाती है. वहीं अन्य प्रकार से केले की खेती करने पर इसमें फल आने में 17 से 18 महीने का समय लग जाता है. इसके अतिरिक्त एक पौधे से 60 से 70 किलोग्राम की उपज भी प्राप्त होती है. किसानों के मुनाफे में भी पहले की तुलना में अधिक इजाफा होगा.

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