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11 months ago .New Delhi, India

World Mental Health Day 2023: क्यों मनाया जाता है विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस? जानें इसका इतिहास और इस साल की थीम

विश्व मानसिक स्वास्थय दिवस 2023. (फोटो साभार: Unsplash)

10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाते हैं. हर साल मानसिक बीमारियों की संख्या बढ़ती जा रही है. हर साल 1 लाख के आस-पास लोग इससे मरते भी हैं.

Written by:Sneha
Published: October 09, 2023 07:00:00 New Delhi, India

World Mental Health Day 2023: इंसान अपनी लगभग हर बीमारी के बारे में बात करता है लेकिन मानसिक रूप से जब डिस्टर्ब होता है तो उसपर बात नहीं करता है. उसके मन में ये बात रहती है कि कहीं सामने वाला उन्हें पागल ना समझ ले. इस संकोच में दुनिया के ज्यादातर लोग अपनी मेंटल हेल्थ पर खुलकर बात नहीं कर पाते. बदली लाइफस्टाइल के कारण आज के समय में लगभग हर तीसरा इंसान किसी ना किसी बात से मेंटली परेशान है. वो सबके सामने खुश रहने की कोशिश करता है और लेकिन सामने वाला इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेता है. इसे गंभीर बीमारी खासकर भारत में समझी नहीं जाती है. इसे वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है तो चलिए आपको उसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

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क्यों मनाया जाता है विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस? (World Mental Health Day 2023)

10 अक्टूबर 1992 को पहली बार वर्ल्ड मेंटल हेल्थ को मनाया गया था. इसे विश्व मानसिक स्वास्थ्य महासंघ (World Federation for Mental Health) की वार्षिक गतिविधि में शामिल भी इसी दिन किया गया था. शुरुआत में इसपर कोई खास थीम नहीं होता था लेकिन इसका उद्देश्य यही था कि मानसिल स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाए और लोग प्रासंगिक मुद्दों पर खुलकर बात करें. इस अभियान की लोकप्रियता को देखते हुए साल 1994 से इसके लिए हर साल थीम चुनी जाने लगी और पहली थीम ‘दुनियाभर में मानसिक स्वात्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार’ रखी गई थी. इसके बाद से हर साल इसकी थीम बदली जाने लगी. इस साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे 2023 की थीम (World Mental Health Day 2023 Theme) मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार है’ (Mental health is a universal human right) रखी गई है.

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आज का जमाना बहुत आगे हो चुका है लेकिन लोग मेंटल हेल्थ या अपने डिप्रेशन के बारे मे बात नहीं करते हैं. जबकि हर बीमारी यहीं से शुरू होती है इसके बारे में लोगों को जानकारी कम है. आज भी लोग डिप्रेशन और तनाव को हेल्थ की समस्या मानत ही नहीं हैं और इसे नजरअंदाज करते हैं. लोगों को मेंटल हेल्थ का महत्व समझाने के लिए ही इस दिन को मनाने का फैसला लिया गया. आज के समय में बहुत सी जगहों पर मेंटल हेल्थ को लेकर कार्यक्रम होते हैं और लोगों को मेंटली दुरुस्त रहने की सलाह भी दी जाती है. इसके साथ ही मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं पर हर किसी को बात करनी चाहिए अगर किसी से नहीं कह सकते तो डॉक्टर से मिलें या काउंसलर के पास भी जा सकते हैं.

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