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यासीन मलिक : अलगाववादी नेता का उम्रकैद तक का सफर

  • जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक
  • वर्ष 2017 में टेरर फंडिंग के मामले में दोषी थे यासीन
  • यासीन को दोषी पाए जाने के बाद 25 मई 2022 को उम्रकैद की सजा

Written by:Sandip
Published: May 25, 2022 07:04:35 New Delhi, Delhi, India

कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को NIA की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा वर्ष 2017 में टेरर फंडिंग मामले का दोषी पाए जाने के कारण दी गई है. बता दें कि यासीन मलिक जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता है. वह इस समय तिहाड़ जेल में बंद है.

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यासीन मलिक का उम्रकैद तक का सफर –

– वर्ष 1966 में जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में जन्मे यासीन मलिक की शिक्षा-दीक्षा श्रीनगर में हुई.

– 1980 के दशक में यासीन मलिक ने आतंक का रास्ता चुना.

– वर्ष 1983 में यासीन मलिक का नाम दुनिया के सामने एक आरोपी के रूप में आया. यासीन पर इंडिया और वेस्टइंडीज मैच के दौरान गड़बड़ी करने का आरोप लगा था.

– वर्ष 1984 में JKLF के मुखिया मकबूल भट को फांसी की सजा हुई थी. यासीन मलिक ने उस दौरान मकबूल भट को फांसी देने के फैसले का विरोध किया था. विरोध प्रदर्शन करने के कारण यासीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

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– वर्ष 1988 में आतंकवाद की बारीकियों को सीखने के लिए यासीन मलिक ने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंक की ट्रेनिंग ली.

– वर्ष 1989 तक यासीन मलिक JKLF का एक प्रमुख सदस्य बन चुका था.

– वर्ष 1990 में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन में JKLF भी जिम्मेदार है. अभी हाल ही में आई फिल्म द कश्मीर फाइल्स में यासीन मलिक को भी कश्मीरी पंडितों के पलायन का जिम्मेदार ठहराया गया है.

– यासीन मलिक कश्मीर को भारत और पाकिस्तान दोनों देशों से आज़ादी दिलाने का पक्षधर है.

– 1990 के दशक में हिज़्बुल मुजाहिदीन और JKLF के बीच होने वाली लड़ाइयों से JKLF को बहुत नुकसान हुआ था। इसके चलते वर्ष 1994 में यासीन मलिक ने कश्मीर की आजादी के लिए शांतिपूर्ण संघर्ष की घोषणा की.

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– वर्ष 1990 से वर्ष 2002 के बीच यासीन मलिक कई बार गिरफ्तार हुआ.

– वर्ष 2006 में यासीन मलिक ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी.

– वर्ष 2007 में सफर-ए-आजादी नाम से एक कैम्पेन शुरू किया.

– वर्ष 2017 में NIA ने यासीन मलिक को टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया.

– 25 मई, 2022 को NIA की एक अदालत ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई.

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