Home > International Day of Non Violence 2023: 2 अक्टूबर को ही क्यों मनाते हैं विश्व अहिंसा दिवस? जानें इतिहास और महत्व
opoyicentral
आज की ताजा खबर

7 months ago .New Delhi, India

International Day of Non Violence 2023: 2 अक्टूबर को ही क्यों मनाते हैं विश्व अहिंसा दिवस? जानें इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस. (फोटो साभार: Twitter)

अहिंसा दिवस को दो अक्टूबर को देशभर में मनाया जाता है. 2 अक्टूबर को ये दिन मनाने का कारण महात्मा गांधी जी हैं. गांधी जी सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते थे.

Written by:Sneha
Published: October 02, 2023 09:16:55 New Delhi, India

International Day of Non Violence 2023: 2 अक्टूबर को भारत में गांधी जयंती मनाई जाती है, इसके अलावा इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्मदिवस होता है. इन दोनों के अलावा अगर किसी से पूछो कि 2 अक्टूबर को क्या होता है तो शायद ही कोई इसके बारे में बता सके. लेकिन 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है और इसके पीछे कारण महात्मा गांधी का जन्मदिन है. महात्मा गांधी जी (Mahatma Gandhi) ने देश की आजादी आन्दोलन का नेतृत्त्व किया था और अहिंसा के दर्शन का प्रचार किया था. ऐसा कहा जाता है कि अहिंसा के दर्शन का विकास गांधी ने प्रसिद्ध रूसी लेखक लेव तालस्तोय के साथ मिलकर ही किया था. चलिए आपको इसके बारे में कुछ और बातें बताते हैं.

यह भी पढ़ें: Happy Gandhi Jayanti Quotes: गांधी जयंती की इन 10 बातों को अपनाएं, जीवन में रहेंगे सफल

2 अक्टूबर को ही क्यों मनाते हैं विश्व अहिंसा दिवस? (International Day of Non Violence 2023)

हर साल 2 अक्टूबर के दिन अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है. 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने का ऐलान किया था. महासभा के सभी मेंबर्स ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्वीकार किया और इसमें सभी की आपसी सहमति थी क्योंकि महात्मा गांधी को ना सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों में सम्मान दिया जाता है. जानकारी के लिए बता दें, अहिंसा दिवस को 2 अक्टूबर को मनाने के पीछे का कारण महात्मा गांधी हैं. क्योंकि 2 अक्टूबर को उनका जन्मदिन होता है और वो हमेशा सत्य, अहिंसा के मार्ग पर खुद भी चलते थे और दूसरों को भी प्रेरणा देते थे.

2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में सेलिब्रेट करते हैं.(फोटो साभार:Pixabay)

गांधी जी की याद में उनके जन्मदिन के दिन अहिंसा दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया. अंग्रेजों से भारत को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी ने अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन उनकी आजादी की लड़ाई का तरीका बिल्कुल अलग था. गांधी जी बिना किसी को चोट पहुंचाए और बिना हिंसा के अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने में विश्वास रखते थे. उनको अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाना जाता है. महात्मा गांधी को अहिंसात्मक व्यवहार की वजह से वैश्विक तौर पर गांधी जी को सम्मान मिला. इसी सम्मान को व्यक्त करने के लिए 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

कौन थे महात्मा गांधी? (Who was Mahatma Gandhi)

2 अक्टूबर 1869 को मोहनदास करमचंद का जन्म हुआ था. उनके पिता करमचंद गांधी और मां पुतलीबाई गांधी थीं. उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी थीं जो एक समाजसेविका रही हैं. उनसे उन्हें हरिलाल गांधी, रामदास गांधी, मनीलाल गांधी और देवदास गांधी नाम के चार बच्चे हुए थे. गांधी जी ने लंदन से लॉ की पढ़ाई की थी लेकिन बाद में सबकुछ छोड़कर अपना पूरा समय देश के लिए लगा दिया. सत्य और अहिंसा के मार्ग पर उन्होंने हमेशा चलना स्वीकार किया और दूसरों को भी यही प्रेरणा दी. उन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ अनुभव किया और फिर सत्य और अहिंसा का मार्ग चुना. 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर की थी.

यह भी पढ़ें: Lal Bahadur Shastri Jayanti Quotes: लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर अपनाएं उनके 10 संदेश

Related Articles

ADVERTISEMENT

© Copyright 2023 Opoyi Private Limited. All rights reserved