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6 months ago .New Delhi, India

कौन था अजमल कसाब? जानें वो आम लड़के से कैसे बना 26/11 हमले का खूंखार आतंकी

अजमल कसाब 26/11 का आतंकवादी है. (फोटो साभार: Twitter)

26 नवंबर 2008 को सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस दिन मुंबई में लगभग 200 निर्दोष लोग मारे गए थे. 10 आतंकियों में अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया.

Written by:Sneha
Published: November 26, 2023 06:00:00 New Delhi, India

26 नवंबर 2008 को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई पर आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में लगभग 200 निर्दोष लोगों की जान गई थी और करीब 20 पुलिस वाले शहीद हुए थे. मुंबई का ये हमला सबसे बड़ा आतंकी हमला था जिसे 10 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) ने ली थी. उन 10 आतंकियों को भी उनके कैंप में तैयार किया गया था. इस साल 26/11 को 15 साल पूरे हो गए और लोग उस दिन को काले दिन के रूप में याद करते हैं. उन 10 आतंकियों में 1 जिंदा पकड़ा गया था जिसका नाम अजमल कसाब था और उसे साल 2012 में फांसी दे दिया गया. अजमल कसाब कौन (Who was Ajmal Kasab) था और उससे जुड़ी तमाम बातें चलिए आपको विस्तार में बताते हैं.

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कौन था अजमल कसाब? (Who was Ajmal Kasab)

13 जुलाई 1987 को पाकिस्तान के फरीदकोट में मोहम्मद अजमल आमिर कसाब का जन्म हुआ था. इसके पैरेंट्स नूर इलाही और आमिर शाहबन कसाब है. इसके कई सारे भाई और बहन हैं और इनके बारे में कसाब ने मुंबई पुलिस को बताया था. अजमल कसाब ने नार्को टेस्ट में अपने बारे में कई बातें बताई थीं. कसाब ने बताया था कि उसे कहीं चोरी करते पकड़ा गया था तो उसके पिता ने घर से निकाल दिया था. इसके बाद वो भूखा-प्यासा भटकता रहा तभी कुछ लोग उसे पकड़कर लश्कर-ए-तैयबा के कैंप ले जाया गया. कसाब के मुताबिक, वहां कई और लड़कों को भी बुलाया गया था जहां उनका ब्रेन वॉश किया गया और उन्हें 26/11 हमले के लिए तैयार किया गया. कसाब ने बताया था कि उन लोगों को शुरुआती समय में बताया गया था कि उन्हें कश्मीर में हमला करना है.

लेकिन मुंबई में हमले के कुछ महीने पहले बताया गया कि उन्हें मुंबई में हमला करना है. इसके बाद उन्हें कई सारी दूसरी ट्रेनिंग भी दी गई और फिर वो मुंबई में हमले के लिए निकले. मुंबई आने के बाद उन्होंने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं लेकिन एक हिम्मतवाले पुलिस कॉन्सटेबल ने कसाब को लाठी के बल पर जिंदा पकड़ लिया. कसाब ने अपने बयान में बताया कि वो पाकिस्तानी है लेकिन पाकिस्तान की सरकार इसे मानने से इंकार कर रही है. अजमल कसाब को फांसी की सजा मिली और 21 नवंबर 2012 को पुणे के यरवाडा जेल में फांसी दे दी गई थी.

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