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2 years ago .New Delhi, Delhi, India

देश में ऐसा चमत्कारी मंदिर,जहां भगवान शिव दिन में 3 बार बदलते हैं अपना रूप

देश में एक ऐसा चमत्कारी मंदिर है, जहां भगवान शिव दिन में अपना 3 बार रंग बदलते है. मंदिर की मान्यता है कि यहां आने वाले व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है.

Written by:Kaushik
Published: May 23, 2022 09:53:35 New Delhi, Delhi, India

हमारे देश में कई ऐसे मंदिर (Temple) है, जो अपने आप में बहुत अधिक चमत्कारी माने जाते हैं. कुछ मंदिर में भगवान चमत्कार दिखाते हैं. तो कुछ में लोगो की हर मनोकामना पूरी हो जाती है. देश में आपको ऐसे कई मंदिर देखने को मिलेंगे, जिनसे कई रहस्य जुड़े हुए हैं. आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां भगवान शिव दिन में अपना रंग दिन में तीन बार बदलते है.

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यह मंदिर राजस्थान के धौलपुर में मौजूद है, जहां स्थापित शिवलिंग अपना रंग दिन में तीन बार बदलता है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि चंबल नदी के बीहड़ों में मौजूद इस शिव मंदिर को लोग ‘अचलेश्वर महादेव’ मंदिर के नाम से भी जानते हैं. हम आपको इस मंदिर के शिवलिंग के उस अनोखे रहस्य के बारे बताएंगे,जिसके बदलते रूप को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है.

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मंदिर के तीन रूप 

नवभारत टाइम्स के लेख के अनुसार, दिलचस्प बात यह है कि अचलेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग सुबह के समय लाल, दोपहर में केसर और शाम को गेहुंआ दिखता है.शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसा शिवलिंग पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों के कारण होता है.अभी तक इसकी सही जानकारी वैज्ञानिक भी नहीं दे पाए है. इस दिलचस्प नजारे को देखने के लिए लोग सुबह से लेकर शाम तक मंदिर में रुकते है. यह मंदिर 2500 वर्ष पुराना बताया जाता है.

इस मंदिर का एक और प्रमुख आकर्षण नंदी की मूर्ति है. ऐसा कहा जाता है कि यह पीतल की नंदी पांच अलग-अलग धातुओं को मिलाकर बनाई गई है. बताया जाता है कि जब मुस्लिम आक्रमणकारी मंदिर पर हमला करने की कोशिश कर रहे थे. तो उस समय नंदी की इस मूर्ति ने उनके ऊपर हजारों मधुमक्खियों को छोड़ दिया था.

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शिवलिंग की गहराई को देखने के लिए की गई थी खुदाई 

यहां शिव को स्वयंभू कहा गया है. बता दें कि एक बार कुछ लोगों ने लिंग की गहराई को देखने के लिए इसके चारों ओर खुदाई करनी शुरू कर दी. इसके बाद अत्यधिक गहराई को देखकर वहां खड़ा प्रत्येक इंसान हैरान हो गया. इस तरह प्रक्रिया को वहीं के वहीं रोक दिया गया.

कई अभिलेखों के मुताबिक, ये कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान शिव के पैर के अंगूठे के निशान के आसपास बनाया गया था.

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अचलेश्वर महादेव में होती है मनचाही इच्छा पूरी 

कहा जाता है कि इस मंदिर में आकर जो भी भक्त शिवलिंग के आगे मत्था टेकते हैं. उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या हो. यहां दर्शन करने से आपको प्रत्येक समस्या से छुटकारा मिल जाता है. इस मंदिर में स्‍थापित शिवलिंग भी लोगों की मनचाहे जीवनसाथी को पाने की मनोकामना पूरी करता है. यही कारण है कि यहां अविवाहित लोग 16 सोमवार और सावन के दिनों में जल चढाने आते हैं.यदि आप भी मनचाहा जीवनसाथी पाना चाहते हैं तो सावन के भगवान शिव से प्रार्थना कर आएं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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