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2 years ago .New Delhi, Delhi, India

सर्दियों में खाएं ये 4 हरी पत्तेदार सब्जियां और खुद को रखें फिट

  • सर्दियों के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां खूब मिलती है. 
  • स्वस्थ रहने के लिए आप हरी सब्जी का सेवन किसी भी रूप में कर सकते हैं.
  • उसमें भुर्जी, हरी सब्जी के परांठे, या सूप जैसी चीजें शामिल है.

Written by:Akancha
Published: December 13, 2021 04:17:02 New Delhi, Delhi, India

हमारे घरों में हमने दादी नानी के मुंह से यह अक्सर सुना है. कि हरी सब्जी खाया करो, हरी सब्जी खाने से खून बढ़ता है. दादी नानी या मां हमारी डायटिशियन तो नहीं पर उनकी बातें मानी जाए तो वह सच ही कहती थी. हम में से ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि अगर ऐसा विचार आया है तो एक बार डाइटिशियन से भी बात कर ली जाए. डायटिशियन की मानें तो हरी सब्जी खाने से हमारे शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, साथ ही हम कई बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार भी होते हैं.

हरी सब्जी का सेवन आप सब्जी के रूप में, भुर्जी के रूप में, हरी सब्जी के पराठे या सूप के रूप में कर सकते हैं. लेकिन हरी सब्जियों का सेवन जरूर करें. हम आपको ऐसी ही 4 हरी सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं.

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1. पालक:

जो लोग हरी सब्जियां नहीं खाते हैं वह भी पालक को किसी न किसी रूप में खाना पसंद करते हैं भले वह पालक पनीर हो या पालक पकोड़े. आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि पालक में विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन डी और डायटरी फाइबर के साथ आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्निशियम भरपूर मात्रा में होता है. पालक खाने से खून की कमी, बैक्टीरियल इनफेक्शन, वायरल इंफेक्शन और हार्ड डिसीस का खतरा कम होता है. यह आंखों की रोशनी, हड्डियों की मजबूती, स्क्रीन की चमक और बालों की गुणवत्ता को बनाए रखता है.

2. सरसों का साग:

पंजाब की फेमस सरसों का साग और मक्की की रोटी इस कंबीनेशन के बारे में तो आप जानते ही होंगे. सरसों के साग में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यही नहीं सरसों के साग में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्निशियम, जिंक और डायटरी फाइबर भी होता है. सरसों की सब्जी आपके पाचन शक्ति में सुधार करती है, और कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रित रखती है.

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3. मेथी:

अगर आप गुजराती हैं या गुजराती दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, तो आप मेथी के थेपले के बारे में जरूर से सुनते होंगे. मेथी के थेपले उत्तर भारत में मेथी के पराठे जैसे ही होते हैं. हरी पत्तेदार मेथी सेहत का खजाना है. इसमें डायटरी फाइबर के साथ प्रोटीन, आयरन, मैग्निशियम और मैगनीज भरपूर मात्रा में होता है. मेथी के सभी तरह के एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. दूध पिलाने वाली मां यदि मेथी का सेवन करती हैं, तो इससे बच्चे के लिए दूध पर्याप्त मात्रा में बनता है. पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए मेथी की भूमिका होती है. मेथी अधिक भूख लगने को नियंत्रित रखती है. और ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल को भी कम करती है.

4. सहजन:

सहजन को मोरिंगा या ड्रमस्टिक के नाम से भी जाना जाता है. इसकी पत्तियां कुपोषण के खिलाफ रामबाण इलाज है. सहजन का पेड़ सूखे के समय में भी जिंदा रखने का गुण होता है. इसकी पत्तियों में विटामिन के साथ ही कई फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं. मोरिंगा की पत्तियों में इन्फेक्शन भी नहीं होता है. डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों को दूर रखने के लिए रामबाण इलाज है.

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डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.

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