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2 years ago .New Delhi, Delhi, India

Essay on Ganesh Chaturthi in Hindi: गणेश चतुर्थी पर निबंध, जानें त्योहार का महत्व-कथा

  • गणेश चतुर्थी का त्योहार 31 अगस्त को मनाया जा रहा है.
  • इस दिन विधि विधान से घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती है.
  • गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाला यह त्यौहार पूरे 11 दिन धूमधाम से मनाया जाता है.

Written by:Muskan
Published: August 31, 2022 04:19:07 New Delhi, Delhi, India

Essay on Ganesh Chaturthi in Hindi; हर साल भादो माह की चतुर्थी तिथि को आने वाला गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) का त्योहार इस वर्ष 31अगस्त बुधवार को मनाया जा रहा है. पूरे भारत खासकर महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में इसकी भव्यता का नजारा अलग ही होता है. इस दिन (Ganesha Chaturthi Festival 2022) भगवान गणेश की मूर्ति को लोग घरों में स्थापित करते हैं और 10 दिनों तक उनकी विधि विधान से सेवा करने के बाद, 11 वें दिन उनकी प्रतिमा का विसर्जन कर उन्हें विदा किया जाता है. 

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गणेश चतुर्थी पर हिंदी में निबंध (Ganesh Chaturthi Essay In Hindi)

हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता है. हमारे यहां बड़े ही हर्षोल्लास से त्यौहार मनाए जाते हैं. इसी तरह हिंदू धर्म में Ganesh Chaturthi का त्यौहार भी खास महत्व रखता है. हर साल भाद्रपद की चतुर्थी तिथि को यह मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाला यह त्यौहार पूरे 11 दिन का होता है. गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति लेकर आते हैं.

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गणेश चतुर्थी का त्यौहार देश के विभिन्न राज्यों में मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इसकी झलक देखते ही बनती है. यहां बड़ी धूमधाम से गणेशोत्सव मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी से कुछ दिनों पहले ही बाजारों में रोनक शुरू हो जाती और गणेश जी की प्रतिमाएं लोग घर ले जाना शुरू कर देते हैं. गणेश चतुर्थी से लेकर अगले 10 दिन तक अपने घरों और मंदिरों में गणेश भगवान की पूजा अर्चना करते हैं, उन्हें मोदक का प्रसाद चढ़ाते हैं और उनकी आरती करते हैं.

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गणेश भगवान का जन्मदिन गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. गणेश जी के जन्म को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं. कहा जाता है कि एक बार भगवान शिव ने अनजाने में अपने पुत्र गणेश का सर काट दिया था. लेकिन फिर एक हाथी के बच्चे का सर उनके धड़ से जोड़ दिया. इस तरह से गणेश भगवान ने अपना जीवन दोबारा पाया. इस दिन को ही गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. अन्नत चतुर्दशी के दिन यानि 11वें दिन गणेश जी की प्रतिमा के विसर्जन के साथ ही गणेश महोत्सव की समाप्ति होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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