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6 months ago .New Delhi, India

Chhath Puja Prasad list: छठ पूजा में इन 5 चीजों का लगता है भोग, यहां देखें पूरी लिस्ट

छठ पूजा में प्रसाद का महत्व है. (फोटो साभार: Twitter)

17 नवंबर से छठ पूजा की शुरुआत हो रही है. 20 नवंबर को छठ महापर्व की समाप्ति होगी. छठ पूजा बिहार का महापर्व माना जाता है.

Written by:Sneha
Published: November 17, 2023 11:03:12 New Delhi, India

Chhath Puja Prasad list: बिहार, झारखंड और यूपी का लोकप्रिय त्योहार छठ पूजा है जिसका विशेष महत्व बताया गया है. इसकी शुरुआत 17 नवंबर दिन शुक्रवार से शुरू हो चुकी है और 20 नवंबर के दिन इस पूजा की समाप्ति हो जाएगी. छठ पूजा बहुत ही कठिन व्रत माना जाता है जिसमें लगभग 36 घंटों का निर्जला व्रत रखना होता है. व्रत के साथ नियमो का पालन भी करना होता है. छठ पूजा में प्रसाद का विशेष महत्व होता है और इसमें विशेष तरह का प्रसाद चढ़ाया जाता है. छठ पूजा की शुरुआत 17 से है और समापन 20 नवंबर को है इन दिनों प्रसाद में क्या-क्या होता है चलिए आपको बताते हैं.

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छठ पूजा में क्या क्या प्रसाद चढ़ता है? (Chhath Puja Prasad list)

छठी मैया की पूजा के लिए भक्त विभिन्न प्रकार के भोजन और प्रसाद तैयार करते हैं. ज्यादातर प्रसाद घी, गुड़ और गेहूं के आटे से बनाया जाता है. छठ पूजा पर, कई अलग-अलग तरह के प्रसाद बनाए जाते हैं. लेकिन कुछ सबसे प्रसिद्ध प्रसाद में ठेकुआ, रसिया खीर और फल शामिल हैं. आइए जानते हैं छठ पूजा प्रसाद के बारे में…

ठेकुआ: छठ पूजा में भक्तों द्वारा चढ़या जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण प्रसाद ठेकुआ है. यह आटा, घी और गुड़ से बनया जाता है और पूजा के पूरा होने के लिए आवश्यक होता है. चूंकि छठ सर्दियों के दौरान मनाया जाता है, इसलिए भक्त ठेकुआ और गुड़ चढ़ाते हैं.

रसिया-खीर: यह छठ पूजा के दूसरे दिन बनाए जाने वाले सबसे खास प्रसाद में से एक है. रसिया-खीर बनाने के लिए गुड़, दूध और अरवा चावल का उपयोग किया जाता है जिसे व्रत के द्वारा प्रसाद के रूप में 36 घंटे के निर्जला व्रत शुरू करने से पहले खाया जाता है.

केला: छठ पूजा में छठ मैया को प्रसाद के रूप में केले का एक गुच्छा चढ़ाया जाता है, जिसका एक अनूठा महत्व है. केले को भगवान विष्णु का प्रिय फल भी माना जाता है. छठी मैया पूजा में कच्चे केले को घर लाकर पकाया जाता है.

गन्ना: उपासकों द्वारा किए जाने वाले सभी अर्घों में गन्ना अवश्य शामिल करना चाहिए. यह छठी माया को एक महत्वपूर्ण भेंट माना जाता है, और यह भी कहा जाता है कि केवल सूर्य की सहायता से ही फसलें उगाई जा सकती हैं. नतीजतन, छठ पर, सबसे ताज़ी उपज भगवान को अर्पित की जाती है.

डाभ नींबू: छठ माता को चढ़ाने में नींबू की एक अनूठी किस्म भी दी जाती है, जिसे डाभ नींबू कहा जाता है. इसमें एक बड़ा, पीला बाहरी और एक लाल अंदर है. दाभा नींबू सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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