अगहन यानी की मार्गशीर्ष माह की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत (Saubhagya Sundari Vrat) धारण किया जाता है. इस दिन भगवान भोलेनाथ (Bhagwan Bholenath) और माता पार्वती (Mata Parvati) की विधि विधान से पूजा करने का विधान है. आपको बता दें कि सुहाग की रक्षा, पति की दीर्घायु और बेहतर स्वास्थ के लिए महिलाएं ये व्रत पूर विधि विधान से रखती हैं. मान्यतानुसार, इस व्रत को धारण करने से व्रती को सौंदर्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. तो चलिए जानते हैं इस साल कब है सौभाग्य सुंदरी व्रत, मुहूर्त और महत्व. 

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सौभाग्य सुंदरी व्रत 2022 की तारीख

इस साल सौभाग्य सुंदरी व्रत 11 नवंबर 2022, शुक्रवार को पड़ रहा है. बता दें कि  इस दिन कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए पूरे विधि विधान से व्रत धारण करने के साथ साथ भगवान शिव और माता पार्वती से प्रार्थना करती हैं. वहीं विवाहिता इस व्रत में 16 श्रृंगार कर शंकर-पार्वती जी की पूजा  अर्चना करती हैं.

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सौभाग्य सुंदरी व्रत 2022 का शुभ मुहूर्त 

हिंदू पंचांग के मुताबिक, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 10 नवंबर 2022 को शाम 06 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होकर 11 नवंबर 2022 रात 08 बजकर 17 मिनट तक रहने वाली है.ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, यह व्रत 11 नवंबर को धारण किया जाएगा. वहीं पूजा के मुहूर्त की बात करें, तो वह सुबह 10:38 से लेकर सुबह 11:21तक रहने वाला है.

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सौभाग्य सुंदरी व्रत का महत्व 

इस व्रत के प्रारंभ में लगने वाले सौभाग्य से आशय भौतिक सुख, ऐश्वर्य, समृद्धि और सौंदर्य से तात्पर्य तन के साथ मन की सुंदरता से है. मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से महिलाओं को इन सभी चीजों की प्राप्ति होती है .मान्यता है कि जो दंपति इस दिन साथ मिलकर शिव-पार्वती की उपासना करते हैं, उनके कुंडली में मौजूद समस्त दोषों से उन्हें मुक्ति मिल जाती है. इसके साथ साथ जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है और शादी में परेशानियां आती हैं, उनके यह व्रत धारण करने से काफी लाभ होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)