Vijayadashmi 2023: हिंदू धर्म में विजयादशमी का अद्वितीय महत्व है. यह त्यौहार नवरात्रि के नौ दिवसीय त्यौहार के बाद दशमी तिथि को मनाया जाता है. हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था. रावण ने श्री राम की पत्नी माता सीता का अपहरण कर लिया था और उन्हें रावण से मुक्त कराने के लिए भगवान राम ने लंका पर आक्रमण किया था. इस महायुद्ध के बाद जब भगवान श्री राम ने रावण का वध किया तब इस उत्सव की नींव पड़ी.

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विजयादशमी पर शुभ योग (Vijayadashmi 2023)

24 अक्टूबर को सुबह 6:27 बजे से दोपहर 3:38 बजे तक रवि योग रहेगा. इसके अलावा 24 अक्टूबर को दशहरा वृद्धि योग दोपहर 3:40 बजे से पूरी रात तक रहेगा.

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रवि योग

रवि योग ज्योतिष में एक विशेष संयोजन को संदर्भित करता है जिसमें सूर्य और चंद्रमा संयुक्त होते हैं. रवि योग तब बनता है जब चंद्रमा किसी विशेष राशि में और सूर्य किसी अन्य विशेष राशि में होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस दिन रवि योग बनता है उस दिन शुरू किया गया कोई भी काम सफल होता है. लोग विशेष रूप से विवाह, गृहप्रवेश, नौकरी, यात्रा आदि शुभ कार्यों के लिए इस योग का चयन करते हैं. इसलिए हिंदी ज्योतिष में रवि योग का बहुत महत्व है.

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दशहरा वृद्धि योग

दशहरा वृद्धि योग एक विशेष समय है जब दशहरा का त्योहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार अधिक मास के दौरान आता है. अधिक मास एक अतिरिक्त महीना है जो हिंदू कैलेंडर में हर तीन साल में एक बार आता है. जब दशहरा इसी अधिक मास में आता है तो इसे ‘दशहरा वृद्धि योग’ कहा जाता है. भारतीय ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं में इसका बहुत महत्व है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस समय की गई पूजा और अन्य कार्यक्रमों का फल दोगुना हो जाता है. इसलिए इस वृद्धि योग का विशेष लाभ पाने के लिए लोग अधिक सावधानी और श्रद्धा से पूजा करते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)