Pitru Paksha Daan: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी 29 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू हो चूका है. इस दौरान परिवार के सदस्य अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं, ताकि उनका आशीर्वाद परिवार के सदस्यों पर बना रहे. हिंदू धर्म में मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. इतना ही नहीं इससे पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. भाद्रपद के दौरान दान-पुण्य करने से दोगुना फल मिलता है.

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Pitru Paksha Daan

गाय दान: हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान गाय का दान करना शुभ माना जाता है. गाय का दान करने से सुख-समृद्धि आती है. आमतौर पर गाय का दान करने से पितरों को श्रीहरि के चरणों में स्थान मिलता है, इसका असली कारण यह है कि इससे पितर प्रसन्न रहते हैं.

गाय का घी: पितृ पक्ष के दौरान गाय का घी दान करना शुभ माना जाता है. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है. इतना ही नहीं जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष होता है उन्हें गाय का घी दान करने से लाभ मिलता है.

गुड़ का दान: पितृ पक्ष के दौरान गुड़ का दान भी करना चाहिए. ऐसा करने से पारिवारिक जीवन खुशहाल रहता है. गुड़ का दान करने से पितृ प्रसन्न रहते हैं और उनका आशीर्वाद बरकरार रहता है.

चावल और तिल का दान: पितृ दोष की समाप्ति के लिए पितृपक्ष के दौरान चावल, तिल और गेहूं का दान जरूर करें.  इससे पितृदोष दूर करने में मदद तो मिलती ही है साथ ही पूर्वजों का भी आशीर्वाद बना रहता है.

स्वर्ण दान: हिंदू धर्म में मान्यता है कि  भाद्रपद में पितृ पक्ष के दौरान सोने का दान करना चाहिए. शास्त्रों में भी लिखा है कि व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार जितना हो सके उतना सोना दान करना चाहिए. इससे न केवल परिवार के सदस्यों की परेशानियां दूर होती हैं बल्कि परिवार के सदस्यों के बीच खुशहाली भी बनी रहती है.

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