Pitru Paksha 2023: आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी 9 अक्टूबर 2023, सोमवार को है. ऐसा कहा जाता है कि अगर लोग इस दिन अपने पितरों का तर्पण करें तो उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह दिन पितरों को समर्पित है. इस दिन पितर धरती पर आते हैं. इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने की भी परंपरा है.

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एकादशी के दिन इन चीजों से बचें (Pitru Paksha 2023)

एकादशी के दिन न तो हवन करना चाहिए, न भोजन करना चाहिए और न ही भोजन के बाद दान करना चाहिए. इस दिन केवल हरि कीर्तन करते रहना चाहिए. कुछ लोग एकादशी के दिन पितरों का श्राद्ध करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि इस दिन केवल विष्णु पूजा, विष्णु तुलसी की पूजा, वेदों का पाठ करना चाहिए और द्वादशी की सुबह श्राद्ध करना चाहिए. और देवताओं को भोजन कराने के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए.

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एकादशी के दिन किए श्राद्ध का यह है महत्व

मान्यता है कि एकादशी के दिन किया गया श्राद्ध पितरों के पापों को दूर करता है. उन्हें मृत्युलोक से मुक्त कराता है या शरीर की प्राप्ति कराता है. हर वर्ष एक ही तिथि पर मृतकों का श्राद्ध करने की परंपरा है. हालाँकि, जब पितृ पक्ष श्राद्ध किया जाता है, तो केवल तारीख ही मायने रखती है.

पितृ पक्ष के दौरान किए गए श्राद्ध कर्म अत्यधिक लाभकारी होते हैं और पूर्वज परिवार पर अपना आशीर्वाद बरसाते हैं. पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज सूक्ष्म रूप में धरती पर आते हैं. वे अपने वंशजों द्वारा किए गए श्राद्ध और तर्पण के माध्यम से प्रसाद प्राप्त करते हैं और बदले में वे अपने परिवार को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)