Masik Shivratri 2022 Date: हिंदू (Hindu) धर्म में मार्गशीर्ष के महीने का विशेष महत्व बताया गया है. इस पवित्र मास में पूजा-अर्चना और अनुष्ठान करने से भक्तों को शुभ फल प्राप्त होता है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को अधिक लाभ मिलता है. प्रत्यके महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2022) भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अधिक फलदायी मानी गई है. इस बार मार्गशीर्ष माह में मासिक शिवरात्रि 22 अक्टूबर को है. शास्त्रों के मुताबिक, सोमवार का दिन भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित होता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में.

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त

मासिक शिवरात्रि की तिथि की शुरुआत 22 नवंबर 2022, मंगलवार को सुबह 08 बजकर 49 मिनट से होगी.

मासिक शिवरात्रि का समापन 23 नवंबर को सुबह 06 बजकर 53 मिनट पर होगा.

उदयातिथि के मुताबिक, मार्गशीर्ष की मासिक शिवरात्रि मंगलवार (22 नवंबर) को ही मनाई जाएगी.

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि का महत्व

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि के दिन सौभाग्य और शोभन योग का बेजोड़ संयोग बन रहा है. कहा जाता है कि योग में पूजा-अर्चना करने से इंसान को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

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मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि

-सूर्योदय से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें.

-जिस स्थान पर आप पूजा कर रहे हैं. उस जगह को साफ करके भगवान शिव का जलाभिषेक करें. जलाभिषेक के लिए जल में थोड़ा सा गंगाजल और कच्चा दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें.

-भगवान शिव की प्रिय वस्तु पुष्प, घी, दही, शहद, सफेद चंदन, बेलपत्र, धतूरा, शक्कर, कपूर, शमी पत्र,अक्षत और पंचामृत आदि शिवलिंग पर अर्पित करें.

-भगवान शिव की पूजा के साथ ही मां पार्वती की भी पूजा करें. भोग लगाकर भगवान का ध्यान करें.शिव चालीसा का पाठ, ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें और इसके बाद शिव जी की आरती करें और अंत में प्रसाद वितरण करें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.