Akshaya Tritiya Mantra In Hindi: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्व है. आपको बता दें कि यह पर्व वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. गौरतलब है कि अक्षय तृतीया को आखातीज या अक्षय तीज के नाम से भी जाना जाता है. इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 22 अप्रैल को मनाया जा रहा है. बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है. कहते हैं कि  इस दिन माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की विधि विधान से  पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किन उपायों की मदद से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जा सकता है.

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अक्षय तृतीया का महत्व (Akshaya Tritiya Ka Mahatva)

सनातन धर्म के लोगों के लिए अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है. मान्यतानुसार, किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए यह दिन काफी उत्तम है. इसके साथ ही इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व होता है. जो व्यक्ति इस दिन गंगा स्नान करता है, वह निश्चय ही सारे पापों से मुक्त हो जाता है. इस दिन पितृ श्राद्ध करने का विधान है. जौ, गेहूँ, चने, सत्तू, दही-चावल, दूध से बने पदार्थ आदि सामग्री का दान अपने पितरों (पूर्वजों) के नाम से करके किसी ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए. इस दिन अपने पितरों के नाम से श्राद्ध व तर्पण करना बहुत ही फलदायी और कल्याणकारी माना गया है.

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अक्षय तृतीया पूजा मंत्र (Akshaya Tritiya Puja Mantra)

1- लक्ष्मी बीज मंत्र – ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥

2-महालक्ष्मी मंत्र – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥

3-लक्ष्मी गायत्री मंत्र – ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

4-ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:

5- ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)