केरल में हुए विमान हादसे में एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान के दो पायलटों की मौत हो गई. इसमें से एक दीपक वसंत साठे भी थे. विंग कमांडर दीपक साठे एयर फोर्स के पायलट थे, जिन्होंने एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों में जाने से पहले भारतीय वायुसेना के लिए विमानों उड़ाया था.

दीपक साठे के भाई के बेटे यशोधन साठे की Opoyi से बातचीत हुई. उन्होंने बताया कि दीपक साठे का परिवार नागपुर में रहता है. आज उनकी माताजी नीला साठे का 83वां जन्मदिन है. लॉकडाउन के चलते वे नागपुर नहीं आ पा रहे थे. फोन पर बातचीत होती रहती थी. दीपक ने मां से कहा था कि आपको जन्मदिन पर एक सरप्राइज देने वाले हैं, लेकिन एक दिन पहले ही विमान हादसा हो गया.

दीपक साठे अपनी बहन अंजलि साठे के साथ (Photo credit. Nilesh sathe/Facebook)

उन्होंने बताया कि दीपक साठे अपने माता-पिता से मिलने हर महीने नागपुर आया करते थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते ये संभव नहीं हो पा रहा था. वे आखिरी बार मार्च में नागपुर आए थे. बेटे शांतनु साठे की शादी की दावत देने के लिए वह नागपुर आए थे. वहीं आखिरी बार वह अपने माता-पिता से मिले थे.

दीपक साठे के बेटे शांतनु और धनंजय साठे अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं. माता और पिता की तबीयत ठीक नहीं रहती है.

बता दें कि साठे को जून 1981 में वायु सेना अकादमी में सॉर्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया था. इसके साथ ही वे HAL के लिए एक परीक्षण पायलट भी थे. एयर मार्शल भूषण गोखले (सेवानिवृत्त) ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “कैप्टन दीपक वी साठे जूलियट स्क्वाड्रन से थे और पुणे के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 58वें बैच से थे.”

उन्होंने कहा, “साठे जून 1981 में सॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ एयर फोर्स अकादमी से पास हुए और भारतीय वायु सेना में एक फाइटर पायलट थे.”