सोशल मीडिया के ज्यादा उपयोग से नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
  • फोन से निकलने वाली खतरनाक किरणें आंखों को करती रहती हैं.
  • आंखों में थकान, तनाव, एंजायटी, ब्रेन स्ट्रोक,  जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • "> सोशल मीडिया के ज्यादा उपयोग से नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
  • फोन से निकलने वाली खतरनाक किरणें आंखों को करती रहती हैं.
  • आंखों में थकान, तनाव, एंजायटी, ब्रेन स्ट्रोक,  जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
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  • फोन से निकलने वाली खतरनाक किरणें आंखों को करती रहती हैं.
  • आंखों में थकान, तनाव, एंजायटी, ब्रेन स्ट्रोक,  जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • "> रात को सोने से पहले घंटों करते हैं फोन का इस्तेमाल, तो जान लें असल साइड इफेक्ट
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    2 years ago .New Delhi, Delhi, India

    रात को सोने से पहले घंटों करते हैं फोन का इस्तेमाल, तो जान लें असल साइड इफेक्ट

    • सोशल मीडिया के ज्यादा उपयोग से नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
    • फोन से निकलने वाली खतरनाक किरणें आंखों को करती रहती हैं.
    • आंखों में थकान, तनाव, एंजायटी, ब्रेन स्ट्रोक,  जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

    Written by:Namrata
    Published: February 22, 2022 07:21:14 New Delhi, Delhi, India

    स्मार्टफोन (Smartphone) अब जीवन का अहम हिस्सा बन गया है और ये ही एक ऐसी चीज है, जो सबसे ज्यादा आपके करीब रहता है. सुबह उठने के साथ ही अक्सर लोग स्मार्टफोन देखते हैं और रात को सोने से पहले भी घंटों फोन पर बिताते हैं. लेकिन, आपके कई काम आसान बनाने वाला स्मार्टफोन आपकी सेहत पर भी काफी असर डालता है.

    सोशल मीडिया (Social Media) के ज्यादा उपयोग से नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है. किसी व्यक्ति का सोने से पहले बिस्तर पर फिल्में, टेलीविजन या यू ट्यूब वीडियो देखना, इंटरनेट ब्राउज करना या संगीत सुनना मानसिक और शरीरिक स्वास्थ्य (Mental And Physical Health) दोनों के लिए अत्यधिक हानिकारक है.

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    सोने से पहले फोन का इस्तेमाल मतलब कई बीमारियों को न्योता देना

    सोने से पहले स्क्रीन पर लगे रहना कई बीमारियों को न्योता देता है, जिससे शरीर में अनेकों बीमारियां हो सकती हैं. वहीं ज्यादा समय तक फोन चलाने का असर आपकी नींद पर भी पड़ता है, ऐसे में बेहतर है कि आप देर रात सोने से पहले फोन को ज्यादा समय के लिए स्क्रोल ना करें.

    आंखें हो जाती हैं बेहद कमजोर

    मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन को ज्यादा समय देना मतलब आंखों की समस्याओं का आपके शरीर में बढ़ना. इसलिए रात में फोन का इस्तेमाल करना आपकी आंखों के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है. फोन से निकलने वाली खतरनाक किरणें आपकी आंखों को धीरे-धीरे डैमेज करती रहती हैं, जिससे तरह-तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ता है.

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    सोशल मीडिया का बहुत देर तक उपयोग आपके स्लीप टाइम और कम नींद मिलने से जुड़ा है. वहीं सोने से पहले जो आप सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं उससे आपकी नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है. साथ ही इसके शरीर पर भी गंभीर परिणाम दिखते हैं. आंखों में थकान, तनाव, एंजायटी, ब्रेन स्ट्रोक, आई स्ट्रेन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. पूरा दिन थकान महसूस होना. नींद पूरी न होने के कारण लोग ब्लड-प्रेशर, शुगर लेवल बढ़ने जैसी बीमारियों के शिकार होते हैं. चेहरे पर तनाव बढ़ने से झुर्रियां, आंखों के नीचे काले धब्बे आदि पड़ जाते हैं.

    सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल ना करें

    मानव शरीर के लिए 8 घंटे की नींद बेहद जरूरी बताई गई है. डॉक्टरों के मुताबिक, सोते समय हमारे शरीर की मरम्मत होती है. हमारे शरीर और मन दोनों के लिए भरपूर नींद मिलना आवश्यक है. ऐसे में लोगों को सोते वक्त मोबाइल के इस्तेमाल और सोशल मीडिया स्क्रॉल जैसी बुरी आदतों को छोड़ना चाहिए. सोने से पहले मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करें. पूरा समय स्क्रीन पर देखते रहने से आंखों में डिजिटल आई स्ट्रेन की समस्या हो सकती है जो आपके लिए ब्लर विजन या अंधापन का कारण बन सकता है. इसका हमारे शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है.

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    डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.

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