राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर क्या-क्या कहा? 5 पॉइंट में समझे
भारत (India) इस साल 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है. भारत सरकार ने 13 अगस्त से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान भी शुरू किया. वहीं, 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में बहुत सारी बातें कहीं. चलिए हम आपको सिर्फ 5 पॉइंट में सारी बातें बता देते हैं.
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1. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ’14 अगस्त के दिन को विभाजन-विभीषिका स्मृति-दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस स्मृति दिवस को मनाने का उद्देश्य सामाजिक सद्भाव, मानव सशक्तिकरण और एकता को बढ़ावा देना है.’
2. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ये भी कहा कि ‘अधिकांश लोकतांत्रिक देशों में वोट देने का अधिकार प्राप्त करने के लिए महिलाओं को लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा था, लेकिन हमारे गणतंत्र की शुरुआत से ही भारत ने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार को अपनाया.
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3. राष्ट्रपति मुर्मू ने संबोधन में कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव मार्च 2021 में दांडी यात्रा की स्मृति को फिर से जीवंत रूप देकर शुरू हुआ. उस युगांतरकारी आंदोलन ने हमारे संघर्ष को विश्व पटल पर स्थापित किया. उसे सम्मान देकर हमारे इस महोत्सव की शुरुआत की गई. ये महोत्सव भारत की जनता को समर्पित है.’
4. स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू कहती हैं कि ‘भारत में आज संवेदनशीलता व करुणा के जीवन-मूल्यों को प्रमुखता दी जा रही है. इन जीवन मूल्यों का मुख्य उद्देश्य हमारे वंचित जरूरतमंद तथा समाज के हाशिए पर रहने वाले लोगों के कल्याण हेतु कार्य करना है.’
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5. राष्ट्रपति मुर्मू आगे कहती है कि ‘आज जब हमारे पर्यावरण के सम्मुख नई-नई चुनौतियां आ रही हैं तब हमें भारत की सुंदरता से जुड़ी हर चीज का दृढ़तापूर्वक संरक्षण करना चाहिए. जल, मिट्टी और जैविक विविधता का संरक्षण हमारी भावी पीढ़ियों के प्रति हमारा कर्तव्य है.’
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