Ramadan 2022: रमजान कब से शुरू हो रहा है? जानें किस दिन पड़ेगा पहला रोजा
- इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र महीना रमजान अप्रैल से शुरू हो रहा है.
- मुस्लिम समुदाय के लोग इसकी जोर-शोर से तैयारियां करते हैं.
- आखिरी रोजे के बाद ईद का पर्व मनाया जाता है जिसकी खुशी ही अलग होती है.
इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र महीना रमजान (Ramadan 2022) अप्रैल के महीने से शुरू हो रहा है. इसको लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग जोर-शोर से तैयारियां करते हैं. इस पवित्र महीने का इंतजार हर मुस्लिम को होता है क्योंकि इसके बाद उनका सबसे बड़ा त्योहार ईद (Eid al-Fitr) आता है. ऐसा माना जाता है कि रमजान के महीने में इंसान सीधे खुदा से साक्षात्कार होता है. लोग संयमित होकर अपने अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और 30 दिनों के लिए रोजा रखते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक रमजान का महीना 2 अप्रैल, 2022 से शुरू हो रहा है और पहला रोजा 3 अप्रैल से शुरू होगा.
यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri पर पूरी करें अपनी हर विश, बस लाल किताब से कर लें ये उपाय
कैसे मनाया जाता है रमजान का पवित्र महीना?
अगर 2 अप्रैल को चांद दिखता है तो 3 अप्रैल से पहला रोजा रखा जाएगा. आमतौर पर रमजान का चांद सबसे पहले सऊदी अरब और कुछ पश्चिमी देशों में दिखता है और उसके बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और दूसरे देशों में रमजान का चांद दिखता है. वैसे इस्लामी कैलेंडर का 9वां महीना रमजान का माना जाता है और ऐसी मान्यता भी है कि इस महीने में ही 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर इस्लामिक पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ नाजिल हुई थी और इस वजह से इस्लाम में रमजान को पाक महीने का दर्जा मिला है.
इस पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. वे पूरे दिन उपवास रखते हैं और सूर्यास्त के बाद नमाज पढ़कर रोजा खोलते हैं. सुबह सूरज उगने से पहले सहरी का सेवन किया जाता है और शाम को सूरज डूबने के बाद इफ्तार करते हैं. ईद-उल-फितर को मीठी ईद कहते हैं और रमजान का महीना पूरे 30 दिनों तक चलता है.
ईद-उल-फितर के दिन घरों में सेवईंयां बनती हैं और लोग अपने दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं. ये पर्व भाईचारा, खुशियों और प्यार का प्रतीक माना जाता है और इस दिन लोग गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे के घर जाते हैं. अनुमान के अनुसार इस साल 2 या 3 मई को ईद का पर्व पड़ सकता है.
यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर में इस जगह रख दें पानी से भरी सुराही, कभी नहीं आएगी कंगाली
Related Articles
ADVERTISEMENT