स्मृति ईरानी के कितने बच्चे हैं?
स्मृति ईरानी (Smriti Irani) को भला कौन नहीं जानता होगा. स्मृति ईरानी ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मात दी थी. फिलहाल स्मृति ईरानी केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय संभाल रही हैं. स्मृति ईरानी राजनीति में आने से पहले एक एक्ट्रेस थी. उन्होंने अपनी एक्टिंग करियर में कई शानदार रोल निभाए और लोगों के दिलों में जगह बनाई. स्मृति ईरानी के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते ही हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि स्मृति के कितने बच्चे हैं और उनके क्या नाम है? चलिए आपको बता देते हैं.
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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने साल 2001 में शादीशुदा जुबिन ईरानी पारसी से शादी की थी. उसी साल उन्हें एक बेटा हुआ जिसका नाम उन्होंने ‘जौहर’ (Zohr Irani) रखा. इसके बाद सितंबर 2003 में स्मृति ईरानी ने एक बेटी को जन्म दिया जिसका नाम ‘जोइश’ (Zoish Irani) रखा. इनके अलावा स्मृति ईरानी ‘शनेल’ की सौतेली मां भी है. शेनियल उनके पति जुबिन ईरानी और उनकी पूर्व पत्नी मोना ईरानी की पुत्री हैं.
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जीवनी की रिपोर्ट के अनुसार, स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने पांच सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, 4 इंडियन टेली अवार्ड और 8 स्टार परिवार पुरस्कार जीते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली की बंगाली-पंजाबी परिवार की लाड़ली स्मृति को आप भले ही टीवी की चहेती बहू और मॉडल के तौर पर जानते हो, लेकिन कभी परिवार को मदद करने के लिए उन्हें भूखा सोने को मजबूर होना पड़ता था. स्मृति ईरानी को हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती और मराठी भाषा आती हैं. वह रैलियों और चुनाव प्रचार के समय लोगों को कई भाषाओं में संबोधित करने के लिए मशहूर हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्मृति ईरानी ने साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी. साल 2004 के आम चुनाव में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी स्मृति को हार का सामना करना पड़ा था. फिर स्मृति को महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया. इन्हें पार्टी ने 5 बार केंद्रीय समिति के कार्यकारी सदस्य के रूप में मनोनीत किया और राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी नियुक्त किया. फिर साल 2010 में स्मृति ईरानी को भाजपा महिला मोर्चा की कमान सौंपी गई.
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इसके बाद साल 2011 में स्मृति गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई. इसी साल उन्हें हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चा की भी कमान सौंप दी गई थी. फिर साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी के खिलाफ खड़ी हुई परंतु उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2014 में स्मृति ईरानी को राज्यसभा की सदस्य होने के नाते भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया था. अब इनके पास महिला और बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय हैं.
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