स्मृति ईरानी (Smriti Irani) का जन्म 23 मार्च 1976 को दिल्ली में हुआ था. स्मृति का संबंध पंजाबी-बंगाली पृष्ठभूमि से हैं. इनका पूरा नाम स्मृति जुबिन ईरानी है. उन्होंने साल 1998 में ‘फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता’ में हिस्सा लिया था और वह फाइनल तक पहुंचने में सफल रही थी. फिर साल 2000 में टेलीविजन सीरियल ‘हम हैं कल आज और कल’ के साथ उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद एकता कपूर के सास-बहू सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में स्मृति ईरानी ने प्रमुख रोल निभाया था. लोगों ने उनके इस शो को खूब पसंद किया.
यह भी पढ़ें: कौन हैं जगदीप धनखड़?
इस सीरियल के बाद स्मृति की पहचान एक कलाकार के रूप में बन गई. साल 2001 में स्मृति ने जी टीवी पर ‘रामायण’ में सीता का किरदार निभाया था. इसके बाद 2006 में स्मृति ने बालाजी टेलीफिल्म्स के अंतर्गत ‘थोड़ी सी जमीन और थोड़ा सा आसमान’ टीवी सीरियल में सह निदेशक की भूमिका निभाई थी. इसके बाद 2008 में स्मृति ईरानी ने नृत्य पर आधारित टीवी सीरियल ‘ये है जलवा’ को साक्षी तंवर के साथ होस्ट किया था.
यह भी पढ़ें: भगत सिंह को ‘टेररिस्ट’ बताने वाले सांसद सिमरनजीत सिंह मान कौन हैं?
जीवनी की रिपोर्ट के अनुसार, स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने पांच सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, 4 इंडियन टेली अवार्ड और 8 स्टार परिवार पुरस्कार जीते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली की बंगाली-पंजाबी परिवार की लाड़ली स्मृति को आप भले ही टीवी की चहेती बहू और मॉडल के तौर पर जानते हो, लेकिन कभी परिवार को मदद करने के लिए उन्हें भूखा सोने को मजबूर होना पड़ता था. स्मृति ईरानी को हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती और मराठी भाषा आती हैं. वह रैलियों और चुनाव प्रचार के समय लोगों को कई भाषाओं में संबोधित करने के लिए मशहूर हैं.
यह भी पढ़ें: कौन हैं भगवंत मान? जानें अभिनेता से नेता बनने का दिलचस्प सफर
स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने साल 2001 में शादीशुदा जुबिन ईरानी पारसी से शादी की थी. उसी साल उन्हें एक बेटा हुआ जिसका नाम उन्होंने ‘जौहर’ रखा. फिर सितंबर 2003 में उन्हें एक बेटी हुई, जिसका नाम ‘जोइश’ रखा. स्मृति ईरानी ‘शेनियल’ की सौतेली मां भी हैं जो उनके पति जुबिन ईरानी और उनकी पूर्व पत्नी मोना ईरानी की पुत्री है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्मृति ईरानी ने साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी. साल 2004 के आम चुनाव में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी स्मृति को हार का सामना करना पड़ा था. फिर स्मृति को महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया. इन्हें पार्टी ने 5 बार केंद्रीय समिति के कार्यकारी सदस्य के रूप में मनोनीत किया और राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी नियुक्त किया. फिर साल 2010 में स्मृति ईरानी को भाजपा महिला मोर्चा की कमान सौंपी गई.
यह भी पढ़ें: कौन हैं राघव चड्ढा?
इसके बाद साल 2011 में स्मृति गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई. इसी साल उन्हें हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चा की भी कमान सौंप दी गई थी. फिर साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी के खिलाफ खड़ी हुई परंतु उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2014 में स्मृति ईरानी को राज्यसभा की सदस्य होने के नाते भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया था. अब इनके पास महिला और बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय हैं.