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Good Friday 2023: गुड फ्राइडे के दिन खुशी नहीं मनाया जाता है शोक, जानें वजह

गुड फ्राइडे को शोक दिवस के तौर पर मनाया जाता है.(फोटो साभार:Freepik)

  • ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे मनाते हैं

  • गुड फ्राइडे को शोक दिवस के तौर पर मनाते  हैं

  • इस साल गुड फ्राइडे 7 अप्रैल को पड़ रहा है


Written by:Ashis
Published: April 06, 2023 07:15:56 New Delhi

ईसाई धर्म के लोगों के लिए गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) एक खास पर्व है. आपको बता दें कि इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग काले दिवस के रूप में मनाते हैं. गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है. आपको बता दें कि गुड फ्राइडे पर्व को ईस्टर संडे से पहले आने वाले शुक्रवार को मनाया जाता है. इस बार गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) का पर्व 7 अप्रैल को पड़ रहा है. गुड फ्राइडे के नाम के इस महत्वपूर्ण पर्व को खुशी नहीं शोक के तौर पर मनाया जाता है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताने वाले हैं.

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गुड फ्राइडे पर शोक क्यों मनाते हैं?

मान्यता है कि इस दिन प्रभु यीशु मसीह को कई यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया गया था. माना जाता है कि जिस दिन फांसी पर चढ़ाया गया और मृत्यु हो गई थी, वह दिन शुक्रवार था, लेकिन फिर इस दिन को ‘गुड’ क्यों कहा जाता है. दरअसल, ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन को प्रभु यीशु के बलिदान दिवस के रूप याद करते हैं. यह भी कहा जाता है कि उन्होंने पूरी दुनिया के पापों के लिए अंतिम बलिदान दिया. एक बुरा दिन होने के बावजूद, इस दिन ने मानव जाति के उद्धार का मार्ग प्रशस्त किया. क्योंकि इसके बाद यीशु फिर जीवित होकर दो दिन बाद यानी रविवार को वापस जीवन में लौट आए. इसी वजह से इस दिन को ‘गुड’ कहा गया और इसे अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतिक माना जाता है.

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ईस्टर संडे क्यों मनाया जाता है?

गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रमुख त्योहार है. इसे ईस्टर संडे से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को ही मनाया जाता है. इस बार यह 7 अप्रैल को मनाया जा रहा है. ईसाई समुदाय के लोगों का मानना है कि सूली पर चढ़ाने के 2 दिन बार ईसा मसीह रविवार को फिर जिंदा हो उठे थे, जिसकी खुशी में ईस्टर संडे मनाया जाता है. इसीलिए शुक्रवार के दिन यानी गुड फ्राइडे के दिन लोग शोक मनाते हैं और संडे यानी की ईस्टर संडे के दिन लोग खुशिया मनाते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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