Chandra Darshan May 2023: चंद्र दर्शन, जैसा कि नाम से पता चलता है, तब किया जाता है जब चंद्रमा पहली बार अमावस्या के दिन या अमावस्या के बाद दिखाई देता है. यह भारत के हर हिस्से में बड़ी भक्ति और जुनून के साथ मनाया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन का धार्मिक महत्व की दृष्टि से काफी महत्व है. भक्त इस शुभ दिन पर भगवान चंद्र की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं और भगवान की विशेष पूजा करते हैं. हमारी धार्मिक मान्यताओं में इस दिन चंद्रमा के दर्शन करना अत्यंत सौभाग्यशाली और समृद्धिदायक माना जाता है. चंद्र दर्शन भगवान चंद्रमा के सम्मान में मनाया जाता है.

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चंद्र दर्शन मई 2023 (Chandra Darshan May 2023)

अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष में चंद्रमा को देखना शुभ माना जाता है. इस माह का चंद्र दर्शन 21 मई 2023 को है. शनिवार 21 मईको चंद्र दर्शन का समय शाम 6 बजकर 15 मिनट से 7 बजकर 28 मिनट तक रहेगा. चंद्र दर्शन का समय 1 घंटा 12 मिनट होगा.

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चंद्र दर्शन का महत्व

चंद्र देव को हिंदू पौराणिक कथाओं में अत्यधिक सम्मानित देवताओं में से एक माना जाता है. इसे नवग्रहों का एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है. पृथ्वी पर मानव जीवन पर इसका बहुत प्रभाव है. चंद्रमा का संबंध अच्छे इरादों, पवित्रता के साथ-साथ ज्ञान से भी है. इस दिन भगवान चंद्रमा की पूजा और उपवास करने से व्यक्ति के मन को सभी नकारात्मक विचारों और बुरे इरादों से शुद्ध करने में मदद मिलती है. उपवास अनुष्ठान के बाद पवित्र और शक्तिशाली चंद्र मंत्रों का जाप किया जाता है.

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ऐसे करें चंद्र देव की पूजा

चंद्र दर्शन के दिन चंद्र देव की पूजा करने का बहुत महत्व होता है. चंद्र दर्शन से पहले स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें. इसके बाद चंद्र देव को गंगाजल युक्त जल या गाय के दूध से अर्घ्य दें. दीपक जलाकर चंद्रमा की आरती उतारें. चंद्रमा को सफेद मिठाई जैसे खीर या बर्फी का भोग लगाएं. इससे चंद्र देव प्रसन्न होते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)