दलाई लामा ने लंदन पुलिस के साथ एक ऑनलाइन संवाद में कहा कि देशों में अगर ज्यादा महिला नेता होतीं तो दुनिया ज्यादा शांतिपूर्ण होती.

बौद्ध धर्मगुरु ने बुधवार शाम को पुलिसकर्मियों को बताया कि महिलाएं दूसरों की भावनाओं को लेकर ज्यादा संवेदनशील होती हैं. उन्होंने कहा कि इसलिये, उन्हें प्रेम और करुणा को बढ़ावा देने के लिये काम करना चाहिए.

महिलाएं नरम रुख का प्रतिनिधित्व करती हैं

दलाई लामा ने कहा, “ऐतिहासिक रूप से, हम देखते हैं कि ज्यादातर योद्धा पुरुष थे, यहां तक कि कसाई भी पुरुष होते हैं. महिलाएं नरम रुख का प्रतिनिधित्व करती हैं.”

दलाई लामा ने कहा, “कई बार, मुझे लगता है कि अगर देशों में ज्यादा महिला नेता होतीं तो हमारी दुनिया ज्यादा शांतिपूर्ण होती.” उन्होंने कहा कि जब सना मारिन फिनलैंड की प्रधानमंत्री बनीं और उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में अहम पदों पर महिलाओं को रखा तो उन्होंने मारिन को बधाई देते हुए पत्र लिखा था.

भारत में सभी साथ मिलकर रहते हैं 

भारत के बारे में नोबल पुरस्कार विजेता ने कहा कि देश में कई आध्यात्मिक परंपराएं हैं और आमतौर पर ये लोग एकसाथ शांतिपूर्वक रहते हैं.

उन्होंने कहा, “यहां हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई, यहूदी, मुसलमान और पारसी सभी साथ मिलकर रहते हैं. भारत में इतने धर्म और परंपराएं हैं लेकिन सभी प्यार का साझा संदेश देते हैं.”