रूस-यूक्रेन युद्ध भयानक होते देख यूरोप में बढ़ी आयोडीन की खपत, जानें वजह
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध भयावह होते जा रहा है. वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु सेना को अलर्ट किया है. इससे डर की भयानक स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, इस खबर से यूक्रेन के आसपास के यूरोपीय देशों में डर का माहौल हो गया है. इसके साथ ही परमाणु हमले की खबर से यूरोपीय देशों में आयोडीन (Iodine) की खपत बढ़ते जा रही है.
दरअसल, लोगों का मानना है कि अगर परमाणु हमला होता है तो आयोडीन उन्हें रेडिएशन से बचाएगी. बुल्गारियां में फार्मेसी यूनियन के प्रमुख निकोलाय कोस्तोव ने कहा कि हमने पिछले छह दिनों में बुल्गारिया में जितनी आयोडीन बेची है. उतनी साल भर में भी नहीं बिकती थी. कुछ फॉर्मेसी में तो आयोडीन पूरी तरह खाली हो चुकी है.
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ऐसा माना जाता है कि आयोडीन की गोली खाने या सीरप पीने से शरीर में कैंसर की स्थिति नहीं बनती. कैंसर से बचाने में आयोडीन मदद करता है. साल 2011 में जापानी प्रशासन ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के फटने के बाद लोगों को आयोडीन लेने के लिए कहा था.
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हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि, भगवान न करे परमाणु हमला हो लेकिन ऐसा हुआ तो ये सब किसी काम नहीं आएंगे.
बता दें, पोलैंड (Poland) से लेकर बुल्गारिया (Bulgaria) तक के लोग इस समय पासपोर्ट दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं. पासपोर्ट दफ्तरों में काफी भीड़ हो रही हैं. लोग अपने गाड़ियों के फ्यूल टैंक को फुल कराकर अतिरिक्त ईंधन के साथ रख रहे हैं. ताकि किसी भी समय अगर देश छोड़ने की नौबत आए तो वो वहां से भाग सकें.
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