Home > Google Chrome यूजर्स के लिए सरकार की चेतावनी, नुकसान से पहले जान लें
opoyicentral
Opoyi Central

2 years ago .New Delhi, Delhi, India

Google Chrome यूजर्स के लिए सरकार की चेतावनी, नुकसान से पहले जान लें

  • गूगल क्रोम यूजर्स के लिए सरकार ने चेतावनी जारी की है
  • इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने एलर्ट किया है
  • गूगल ने क्रोम की खामियों को दूर करने के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट भी जारी किया है

Written by:Sandip
Published: May 03, 2022 12:15:29 New Delhi, Delhi, India

गूगल क्रोम (Google Chrome) का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को सरकार की ओर से चेतावनी दी गई है. जिसमें यूजर्स को सावधान रहने के लिए कहा गया है. CERT In यानी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (cert-in.org.in) ने चेतावनी जारी की है. जिसमें कहा गया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर में खामियां पाई गई है.

यह भी पढ़ेंः एक महीने में WhatsApp ने बैन किए 18 लाख से अधिक अकाउंट, जानिए क्या है वजह

CERT In के मुताबिक, क्रोम का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स तुरंत अपना ब्राउजर लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लें. ये चेतावनी डेस्कटॉप यूजर्स के लिए दी गई हैं. कहा गया है कि ब्राउजर लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करना जरूरी है. वहीं, गूगल ने अपनी इन खामियों को दूसर करने के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट भी जारी किया है.

यह भी पढ़ेंः ये हैं Google के ऐसे सीक्रेट फीचर्स, जिन्हें बिल्कुल नहीं जानते होंगे आप

CERT In ने चेतावनी दी है

CERT In ने बताया कि, Google Chrome 101.0.4951.41 से पहले का वर्जन इस खामी से प्रभावित हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा डेस्कटॉप यूजर्स प्रभावित हुए हैं. गूगल ने भी इन खामी को पहचान कर क्रोम ब्लॉग पोस्ट में 30 खामियों को सूचीबद्ध किया है. इसमें 7 खामियों को हाई थ्रेट बताया गया है.

यह भी पढ़ेंः इन टिप्स को जरूर करें फाॅलो, वरना खाली हो सकता है आपका Bank Account

CERT In के मुताबिक इन हाई लेवल वल्नरेबिलिटी से रिमोट अटैकर्स आर्बिटेरी कोड को एग्जीक्यूट करके सेंसिटिव इंफोर्मेशन का एक्सेस ले सकते हैं. इसमें ये भी कहा गया है कि, हैकर्स इसके जरिए सिक्योरिटी रिस्ट्रिक्शन को बायपास करके टारगेट सिस्टम पर बफर ओवरफ्लो कर सकते हैं. 

यह भी पढ़ेंः कहीं आपकी सिम का इस्तेमाल कोई और तो नहीं कर रहा? ऐसे चेक करें

CERT-In ने सभी क्रोम डेस्कटॉप यूजर्स को अपने ब्राउजर को 101.0.4951.41 वर्जन पर अपडेट करने के लिए कहा है. इससे पहले के वर्जन पर हैकर्स अटैक कर सकते हैं और यूजर्स का सेंसिटिव डेटा उन तक पहुंच सकता है. ये खामी Windows, Mac के साथ Linux में भी मिला है. 

Related Articles

ADVERTISEMENT

© Copyright 2023 Opoyi Private Limited. All rights reserved