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अमेरिका में स्थापित है हनुमान जी की 25 फीट ऊंची मूर्ति, जानें खासियत

अमेरिका के डेलावेयर में देश की दूसरी सबसे ऊंची भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है. यहां हम आपको बातएंगे इस मूर्ती की कुछ दिलचस्प बातों के बारे में.

Written by:Kaushik
Published: June 24, 2022 02:52:06 New Delhi, Delhi, India

दुनिया के कई कई देशों में भगवान राम जी के साथ-साथ हनुमान जी (Hanuman ji) की भी पूजा-अर्चना की जाती है.विश्व में कंबोडिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया ,मलेशिया और लाओस में भगवान हनुमान की विधि वत रूप से लोग पूजा करते हैं. हनुमान जी के प्रति ये प्यार एक और देश में देखने को मिलता है, जहां कुछ वर्ष पहले उनकी 25 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई थी. हम यहां बात कर रहे है कि यूएसए के डेलावेयर (Delaware) में हॉकेसिन की. यहां भगवान हनुमान जी की सबसे ऊंची मूर्ति स्थापित है. हनुमान जी की मूर्ति को तेलंगाना (Telangana) के वारंगल में बनाकर यूएस भेजा गया था.

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आपको दिलचस्प बात बता दें कि न्यू कैसल में होली स्पिरिट चर्च में अवर लेडी क्वीन ऑफ पीस की मूर्ति के बाद यह हनुमान जी की देश की दूसरी सबसे ऊंची धार्मिक प्रतिमा है. इस लेख में हम आपको हनुमान जी की इस ऊंची प्रतिमा के बारे में कुछ दिलचस्प बातों के बारे में बताएंगे.

भगवान हनुमान की मूर्ति वारंगल से यूएसए भेजी गई

नवभारत टाइम्स के अनुसार, यह हनुमान जी की प्रतिमा 25 फीट लंबी है. प्रतिमा को वारंगल से न्यूयॉर्क तक जहाज से भेजा गया था. इसके बाद वहां से फ्लैटबेड ट्रक में रख कर डेलावेयर तक भेजा. इस प्रतिमा को 12 से अधिक कारीगरों ने काले ग्रेनाइट के एक ब्लॉक से तैयार किया है. संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे ऊंची हिंदू देवता की मूर्ति भगवान हनुमान जी की मूर्ति है.

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भगवान हनुमान की मूर्ति का वजन और कीमत

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मूर्ति का वजन 45 टन (45,000 किलोग्राम) है.असल में मूर्ति की कीमत $1,00,000 (₹76,17,250) से भी अधिक है. इस प्रतिमा को कारीगरों या शिल्पकारों ने ग्रेनाइट पत्थर से तराशा है. करीबन इसे बनाने में 1 वर्ष का समय लगा है.

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हनुमान मूर्ति स्थापित होने से आएगी अच्छी चीजें 

उस समय इस योजना में लगभग 300 से अधिक परिवार और भक्तों ने 10 दिनों तक चलने वाली इस स्थापना शामिल हुए थे. यूएसए पहुंचने के बाद हनुमान जी मूर्ति को बेंगलुरु के एक पुजारी द्वारा शुद्ध की गई थी. आपको रोचक बता दें कि भगवान हनुमान जी का अनुष्ठान बिलकुल हिन्दू धर्मों के रीती रिवाजों के अनुसार किया गया था, जिसमें चावल के दाने, फूल और पानी शामिल था. यहां के पुजारी का कहना है कि जिस प्रकार से हनुमान संजीवनी लेकर आए थे. उसी तरह से डेलावेयर में हुनमान जी मूर्ति स्थापित होने से अच्छी चीजें आएंगी. यहां हिन्दु धर्म के अलावा विदेशियों में भी इस जगह को देखने की होड़ लगती है.

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न केवल हनुमान भगवान विष्णु की मूर्ती है इस देश में स्थापित

भगवान हनुमान जी की मूर्ति के अलावा भगवान विष्णु की मूर्ति भी इंडोनेशिया में स्थापित है. ये प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ गरुड़ा के नाम से मशहूर है. प्रतिमा करीबन 122 फुट ऊंची और 64 फुट चौड़ी है.

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