योगी और मोदी सरकार पर सोनिया गांधी का अब तक का सबसे तीखा वार, कहा- दर्द में लोगों से मुंह फेर लिया
- सोनिया गांधी ने लॉकडाउन और कोरोना के समय की चुनौतियों की चर्चा.
- उन्होंने कहा कि बीजेपी ने रायबरेली के साथ सौतेला व्यवहार किया है.
- रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से लोगों को घर चलाना मुश्किल हो गया है.
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस पार्टी (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने योगी और मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सोमवार को लॉकडाउन और कोरोना के समय की चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने रायबरेली के साथ सौतेला व्यवहार किया है.
उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि आपने 5 साल ऐसी सरकार देखी जिसने अलगाव पैदा करने के अलावा कोई कार्य नहीं किया. इस दौरान ना तो फसलों का रेट मिला ना किसानों को सिंचाई की सुविधा मिली. युवा आने वाले कल के लिए मेहनत से तैयारी करते हैं. लेकिन सरकार ने घर उन्हें बैठा दिया. सोनिया गांधी ने वर्चुअल कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 12 लाख से अधिक सरकारी नौकरी पद खाली हैं, लेकिन सरकार उन पदों को नहीं भर रही है.
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ईंधन, रसोई गैस सिलेंडर के दाम इतने बढ़ गए हैं. कि लोगों को घर चलाना मुश्किल हो गया है.सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि ये चुनाव आप लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. क्योंकि आपने राज्य में ऐसी सरकार देखी है. जिसने आपस में मतभेद पैदा करने के अलावा कुछ नहीं किया. लॉकडाउन को लेकर भी सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर वाल सवाल खड़े किए.
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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आपका व्यवसाय बंद था. मीलों चलने का दर्द तुमने सहा. लेकिन मोदी-योगी सरकार ने गैर-जिम्मेदाराना काम किया. आपके दर्द के बावजूद उनसे मुंह फेर लिया और आंखें बंद कर लीं. सरकार ने आपको कोई राहत नहीं दी. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने महिलाओं के लिए शक्ति विधान, युवाओं के लिए भर्ती विधान और राज्य के विकास के लिए उन्नति विधान तैयार किया है. प्रियंका गांधी ने 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दी हैं. यूपी के हक की लड़ाई लड़ते हुए कांग्रेस के 18,000 कार्यकर्ता जेल भेजे गए.
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