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3 years ago .New Delhi, Delhi, India

यूजर्स की सुरक्षा के लिए Google Play store ने बैन की 136 ऐप्स, जाने क्यों?

  • गूगल प्ले स्टोर ने सुरक्षा कारणों से 136 ऐप्स को बैन किया
  • Zimperium Z labs के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने ग्रिफ्थोर्स एंड्रॉयड ट्रोजन की जानकारी दी
  • बेन ऐप्स में हैन्डी ट्रांसलेटर प्रो, माई चैट ट्रांसलेटर आदि शामिल है

Written by:Vishal
Published: October 02, 2021 03:19:52 New Delhi, Delhi, India

Google Bans 136 apps : गूगल प्ले स्टोर ने हाल ही में 136 ऐप्स को प्लेस्टोर से बैन कर दिया. गूगल ने यूजर्स की सुरक्षा के लिए ऐसा कदम उठाया है. Zimperium के सुरक्षा विशेषज्ञों ने हाल ही में एक और  मालवेयर के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि दुनिया भर के एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स को लाखों डॉलर का नुकसान हुआ है. यह बहुत खतरनाक इसलिए है क्योंकि हो सकता है की कोई ऐप आपकी जानकारी से आपके सारे पैसे उड़ा ले. आपको पता भी ना चले और पलक झपकते ही आपके फोन से सारे पैसे गायब. इसी वजह से गूगल प्लेस्टोर ने इस मालवेयर से जुड़े कुछ ऐप्स को बैन कर दिया है. तो आज के इस लेख में आपको इन ऐप्स के बारे में बताएंगे ताकि आप उनको तुरंत डिलीट कर सकें.

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लोगों के पैसे ऐप्स के जरिए चोरी होने की शिकायत और मालवेयर की जानकारी मिलने के बाद गूगल ने इससे संबंधित सभी 136 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया. ग्रिफथोर्स एंड्राइड ट्रोजन एक यूनिक मालवेयर है, यूजर्स को इस मालवेयर से सावधान रहना चाहिए और इससे संबंधित सभी ऐप्स को अपने मोबाइल फोन से जल्दी से जल्दी डिलीट कर देना चाहिए. यह मालवेयर अगर ज्यादा दिन मोबाइल फोन में रहा तो काफी नुकसान पहुंचा सकता है. आपका सारा पैसा, पर्सनल डाटा चोरी हो सकता है. आपको बता दें कि गूगल ने जिन ऐप्स को बैन किया है उनमें हैन्डी ट्रांसलेटर प्रो, हार्ट रेट और पल्स ट्रैकर, जियोस्पोट:जीपीएस लोकेशन ट्रैकर, आईकेयर-फाइंड लोकेशन, माई चैट ट्रांसलेटर शामिल है.

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ग्रिफ्थोर्स एंड्रॉयड ट्रोजन को क्या विशिष्ट बनाता है?

हाल ही में Zimperium Z labs के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने ग्रिफ्थोर्स एंड्रॉयड ट्रोजन नामक एक आक्रामक और खतरनाक मोबाइल प्रीमियम सेवा अभियान की खोज की है. आपको बता दें इसने वैश्विक स्तर पर 10 मिलियन से अधिक गूगल एंड्रॉयड उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाया है. शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि जहां सामान्य ऑनलाइन घोटाले फिशिंग तकनीको का लाभ उठाते हैं. वहीं ग्रिफ्थोर्स एंड्राइड ट्रोजन इसमें यूनिक है. यह ट्रोजन के रूप में कार्य करने वाले malicious एंड्रॉयड एप्लीकेशन के पीछे छुपा हुआ है, जो इसे उपयोगकर्ता के इंटरेक्शन का लाभ उठाने की अनुमति देता है.

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