कौन थे मराठी फिल्मों के सुपरस्टार दादा कोंडके?
Who was Dada Kondke: भारतीय सिनेमा के अंदर सिर्फ हिंदी फिल्में (Bollywod) ही नहीं बनती हैं बल्कि भोजपुरी, तमिल, तेलुगू, मराठी जैसी कई-अलग भाषाओं में फिल्में बनती हैं. हिंदी सिनेमा और तमिल-तेलुगू सिनेमा के बाद मराठी सिनेमा भारतीय सिनेमा की शान बढ़ाता है. मराठी सिनेमा में कई दिग्गज अभिनेता हुए जिनमें से दादा कोंडके का नाम भी बहुत ही सम्मान के साथ लिया जाता है. दादा कोंडके कॉमेडी एक्टर थे और उन्होंने अपने अभिनय से लोगों का दिल खूब जीता. दादा कोंडके ने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया है. चलिए आपको दादा कोंडके के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं.
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कौन थे मराठी फिल्मों के सुपरस्टार दादा कोंडके? (Who was Dada Kondke)
8 अगस्त 1932 को ब्रिटिश बॉम्बे (अब लालबाग, मुंबई) में दादा कोंडके का जन्म एक मराठी हिंदू परिवार में हुआ था. उनके पिता मिल में मजदूर थे और बाद में उनके पिता पुणे में नौकरी करने लगे. पारिवारिक स्थिति ठीक ना होने के कारण दादा ने किराने की दुकान में काम किया. बहुत कम उम्र में दादा ने अपने माता-पिता को खो दिया और अपने बड़े भाई के साथ मिलकर घरवालों की जम्मेदारी उठाई. काम के दौरान दादा अपने आस-पास के लोगों को हंसाते थे और खुश रखते थे. आजादी के समय उनका परिवार बहुत मुश्किल दौर से गुजरा लेकिन बाद में वे मुंबई की एक चॉल में आकर रहने लगे और फिल्मी नगरी में स्पॉट बॉय का काम करने लगे.
धीरे धीरे उन्होंने ड्रामा में काम करना शुरू किया गया जहां उन्हें पहचाना गया और पहली मराठी फिल्म मिली. 70 के दशक तक दादा कोंडके मराठी फिल्मों के टॉम कॉमेडियन बन गए थे और उस दौरान उन्होंने 1550 ड्रामा करने का रिकॉर्ड भी बनाया था. दादा कोंडके एक्टर होने के साथ सिंगर, गीतकार और डायरेक्टर भी बने. उन्होंने राम लक्ष्मण, महेंद्र कपूर, उषा मंगेशकर और भगवान दादा जैसे दिग्गजों के साथ काम किया. दादा कोंडके ने तेरे मेरे बीच में, खोल दे मेरी जुबान, अंधेरी रात में दिया तेरे हाथ में,स आगे की सोच और ले चल अपने संग जैसी फिल्मों में काम किया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, 14 मार्च 1998 को दादा कोंडके का निधन मुंबई के दादर में हुआ था. उनका असली नाम कृष्णा कोंडके था और उन्होंने नलिनी कोंडके से शादी की थी और उनकी वो शादी सिर्फ 7 साल ही चली. दादा कोंडके की कोई संतान नहीं थी लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों को हंसाने में ही समर्पित कर दिया. भारतीय इतिहास में दादा कोंडके का नाम हमेशा सम्मान से दिग्गजों में गिना जाता है. दादा कोंडके भारतीय सिनेमा के दिग्गज सितारों में से एक हैं जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा.
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