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9 months ago .New Delhi

Vishwa Sanskrit Diwas 2023: कब मनाया जाता है विश्व संस्कृत दिवस? जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व

हर साल विश्व संस्कृत दिवस माह सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. (फोटो साभार: Twitter)

हर साल विश्व संस्कृत दिवस माह सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य संस्कृत भाषा के बारे में जागरूकता और प्रचार-प्रसार करना है. संस्कृत दिवस मनाने की घोषणा भारत सरकार द्वारा 1969 में की गई थी.

Written by:Gautam Kumar
Published: August 31, 2023 03:00:00 New Delhi

Vishwa Sanskrit Diwas 2023: दुनिया की सबसे पुरानी ज्ञात भाषाओं में से एक का सम्मान करने के लिए, हर साल विश्व संस्कृत दिवस हिंदू कैलेंडर माह श्रावण या सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष संस्कृत दिवस, जिसे विश्व संस्कृत दिवस के रूप में भी जाना जाता है, 31 अगस्त को मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य संस्कृत भाषा के बारे में जागरूकता और प्रचार-प्रसार करना है. इसके अलावा, उत्सव भाषा की पवित्रता और दिव्यता को भी दर्शाते हैं, जिसे देव वाणी (देवताओं की भाषा) भी माना जाता है.

हिंदू धर्म में वेद, उपनिषद और भगवद गीता जैसे कुछ महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखने के लिए भी संस्कृत का उपयोग किया गया है. कई लोग मानते हैं कि संस्कृत भगवान ब्रह्मा द्वारा बनाई गई और ऋषियों को दी गई.

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संस्कृत दिवस का इतिहास (Vishwa Sanskrit Diwas 2023)

संस्कृत दिवस मनाने की घोषणा भारत सरकार द्वारा 1969 में की गई थी. यह दिन प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान पाणिनि के काम और विरासत को श्रद्धांजलि माना जाता था. यही कारण है कि हर साल पाणिनि की जयंती पर विश्व संस्कृत दिवस मनाया जाता है, जिनका भाषा के विकास में योगदान आज भी महत्वपूर्ण और बेजोड़ है.

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संस्कृत दिवस का महत्त्व

यह उत्सव संस्कृत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस इंडो-आर्यन भाषा ने न केवल भारतीय उपमहाद्वीप में बल्कि यूरोप जैसे महाद्वीपों में भी सफलतापूर्वक अपनी छाप छोड़ी है. सबसे व्यापक शब्दावली के साथ, संस्कृत ग्रीक और लैटिन जैसी भाषाओं में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध है. इसे देवताओं की भाषा के रूप में जाना जाता है क्योंकि कई हिंदू धर्मग्रंथ केवल संस्कृत में लिखे गए हैं और उन ग्रंथों को समझने के लिए व्यक्ति को संस्कृत सीखनी होगी. इस भाषा के प्रति कृतज्ञता और सम्मान प्रकट करने के लिए यह दिन मनाया जाता है.

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