भारत (India) के पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) के लिए आने वाले दिन बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तानी रुपये में मंगलवार 19 जुलाई 2022 को भारी गिरावट देखने को मिली. डॉलर (Dollar) के मुकाबले पाकिस्तानी करेंसी नए रिकॉर्ड लो पर पहुंच गई है. पाकिस्तानी रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 222 के निचले स्तर पर बंद हुआ.

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इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, एक बैठक के बाद पाकिस्तान के रेल मंत्री साद रफीक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि ‘फेडरल गवर्नमेंट अपना कार्यकाल पूरा करेगी और देश की बेहतरी के लिए काम करेगी. इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए.’

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रेल मंत्री के इस बयान के बीच फॉरेक्स एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, मंगलवार को दिन के कारोबार के दौरान एक समय में पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले डॉलर 8.8 रुपया यानी 4 फीसदी मजबूत होकर 224 पाकिस्तानी रुपये/डाॅलर पर पहुंच गया था.

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (State Bank Of Pakistan) के मुताबिक, बाद में पाकिस्तानी रुपये में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली और वह 3.1 फीसदी लुढ़ककर 221.99 रुपये/डॉलर के स्तर पर बंद हुआ.

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सरकार पर बरसे इमरान खान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब अमेरिका की सरकार की कथित साजिश के जरिए उनकी सरकार को हटाया गया था, उस समय डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये का मूल्य 178 के स्तर पर था. आज ये गिरकर 224 पर पहुंच गया है और आईएमएफ समझौते के बावजूद इसमें गिरावट जारी है. इकोनाॅमी में गिरावट इस बात को दिखाता है कि शरीफों के पास देश की इकोनॉमी और प्रशासन को चलाने की कभी कोई विशेषज्ञता थी ही नहीं. उनके पास केवल लूट-खसोट करने, धनशोधन करने और NROs हासिल करने की विशेषज्ञता है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी करेंसी के ऑल टाइम लो होने की वजह से पाकिस्तान के शेयर बाजार में जबरदस्त टूट देखने को मिला. पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज के बेंचमार्क KSE- 100 इंडेक्स में 900 अंक से ज्यादा की टूट देखने को मिली.