अमेरिका और चीन के बीच लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है. हाल ही में दोनों देशों ने एक दूसरे के एक-एक वाणिज्य दूतावासों को बंद कराया है. इस बीच खबर है कि अमेरिकी लड़ाकू विमान चीन की मुख्य भूमि तक पहुंच गए, जिनमें से एक शंघाई के 76.5 किलोमीटर तक पहुंच गया.

झेजियांग और फुजियान के तट के पास उड़ते नजर आए विमान

पेकिंग विश्वविद्यालय के एक थिंक टैंक के अनुसार 26 जुलाई को अमेरिकी युद्धक विमान पी-8 ए (पोसाइडन) और निगरानी विमान ईपी- 3ई ने ताइवान जलसंधि में प्रवेश किया और झेजियांग तथा फुजियान के तट के पास उड़ते नजर आए. थिंक टैंक ने इस बाबत पहली बार ट्वीट किया और बाद में कहा कि निगरानी विमान फुजियान और ताइवान जलसंधि के दक्षिणी भाग तक पहुंचने के बाद लौट रहा था.

हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के मुताबिक थिंक टैंक ने रात में फिर से ट्वीट किया कि अमेरिकी नौसेना के पी-8ए विमान शंघाई के पास उड़ रहे थे और युद्धपोत यूएसएस राफेल पेराल्टा भी विमान के संपर्क में था.

लगातार 21वां दिन चीन की मुख्य भूमि तक पहुंचा अमेरिकी विमान

थिंक टैंक के चार्ट के मुताबिक पी-8ए विमान शंघाई के 76.5 किलोमीटर तक आ गया था जो कि हाल के सालों में चीन की मुख्य भूमि के सबसे करीब आने वाला अमेरिकी विमान था. थिंक टैंक के अनुसार लगातार यह 12वां दिन था जब अमेरिकी विमान मुख्य भूमि तक आए.

दोनों देशों ने एक दूसरे का बंद कराया वाणिज्यिक दूतावास

दोनों देशों के मध्य राजनयिक स्तर पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका द्वारा यह कदम उठाया गया है. चीन ने सोमवार को कहा कि उसने चेंगदू में अमेरिकी वाणिज्यिक दूतावास बंद करने के बाद उसका नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है. बीजिंग ने यह कदम ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्यिक दूतावास बंद करने के जवाब में उठाया.

सोमवार को संस्थान ने ट्वीट किया कि “ऐसा लगता है कि” अमेरिकी वायुसेना का एक अन्य निगरानी विमान आरसी-135डब्ल्यू ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुस गया है.

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इन दावों पर टिप्पणी करने से मना कर दिया. लेकिन दोपहर में संस्थान ने फिर ट्वीट किया कि ईपी-3ई विमान गुआंगडोंग तट से सौ किलोमीटर से भी कम दूरी से नजदीक से निगरानी कर रहा था.