यूक्रेन और रूस के बीच हालात और भी बिगड़ गए हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन (UKraine) पर सैन्य कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं. पुतिन ने साथ ही यूक्रेन की सेना को हथियार डालने का आह्वान किया है. इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने दी है.

व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि, रूस की यूक्रेन पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं है, लेकिन रूस किसी भी बाहरी खतरे का तुरंत जवाब देगा. वहीं, संकट के बीच यूक्रेन ने देशव्यापी आपातकाल की घोषणा कर दी है.

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पुतिन ने चेतावनी भी दी है कि, जो कोई भी हमारे साथ हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है या हमारे लोगों के लिए खतरा पैदा करने की कोशिश करता है, उसे पता होना चाहिए कि रूस की प्रतिक्रिया तत्काल होगी और आपको ऐसे परिणामों की ओर ले जाएगी जैसा आपने अपने इतिहास में पहले कभी अनुभव नहीं किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, मैं आज शाम व्हाइट हाउस से स्थिति की निगरानी करूंगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से नियमित अपडेट प्राप्त करूंगा. कल, मैं सुबह अपने G7 समकक्षों से मिलूंगा… हम अपने NATO सहयोगियों के साथ समन्वय करेंगे. इस हमले से होने वाली मौतों और तबाही के लिए रूस अकेला जिम्मेदार है. अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे. दुनिया इसके लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगी.

वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में, अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा, हम रूस की कार्रवाई का एकता के साथ जवाब देना जारी रखेंगे. हम यहां रूस को रुकने, अपनी सीमा पर लौटने, सैनिकों को वापस बैरक में भेजने के लिए कहने आए हैं. अपने राजनयिकों को वार्ता की मेज पर लाएं…रूस ने सचमुच यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन किया है.

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वहीं, बैठक में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, हम तत्काल डी-एस्केलेशन का आह्वान करते हैं, स्थिति एक बड़े संकट में तब्दील होने के कगार पर है. अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला जाता तो यह सुरक्षा को कमजोर कर सकता है. सभी पक्षों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए.