रूस (Russia) ने शनिवार को यूक्रेन (Ukraine) में नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारे खोलने के लिए संघर्ष विराम (ceasefire) की घोषणा की. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शनिवार को जीएमटी सुबह 7 बजे यानी मॉस्को के समयानुसार सुबह 10 बजे और भारतीय समयानुसार शनिवार दोपहर 12.30 बजे से मारियुपोल और वोल्नोवाखा के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जाएंगे. इस दौरान लोग शहर छोड़ कर जा सकेंगे.

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रूसी सेना के अनुसार मॉस्को के समयानुसार 10 बजे इन शहरों पर हमले रोक दिए जाएंगे ताकि लोगों की मदद के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जा सकें. इसके जरिए मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों के नागरिकों की मदद की जाएगी. रूसी सरकार समर्थित मीडिया स्पुतनिक ने भी जानकारी दी है कि संघर्षविराम के दौरान आम लोगों की मदद के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जाएंगे.

संघर्षविराम का ऐलान ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन के अधिकांश हिस्सों में मानवीय संकट की आशंका ज़ाहिर की जा चुकी है. इनमें कीएव, खारकीएव, सुमी, चेर्निगोव और मारियुपोल शहर सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं.

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यूक्रेन के राष्ट्रपति के सहयोगी मिखाइल पोदोलियाक ने कहा था कि लगभग 2 लाख लोग मारियुपोल से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि करीब 20 हज़ार लोग दोनेत्स्क क्षेत्र के वोल्नोवाखा इलाक़े को भी छोड़ना चाहते हैं.

मौजूदा समय में यूक्रेन को सबसे बड़े बंदरगाहों वाले दो शहर मारियुपोल और वोल्नोवाखा को रूस की सेना ने घेरा हुआ है और यहां हमले जारी हैं.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको (Vadym Boychenko) ने दावा किया था कि रूसी सेना ने यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल को अवरुद्ध कर दिया है. मास्को द्वारा यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों – डोनेट्स्क और लुहान्स्क – को स्वतंत्र संस्थाओं के रूप में मान्यता देने के तीन दिन बाद रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया था. 

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