ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन से कहा है कि वह ‘पूर्व की गलतियों को सुधारें’ तथा तेहरान-2015 परमाणु समझौते में फिर से विश्व शक्तियों के बीच अमेरिका की वापसी करें.

हसन रूहानी की यह टिप्पणी अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत और उप राष्ट्रपति के रूप में कमला हैरिस के निर्वाचित होने के बाद ईरान की बड़ी प्रतिक्रिया है.

सरकारी IRNA समाचार एजेंसी ने रूहानी को यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘‘अब, यह अवसर आ गया है कि अमेरिका का अगला प्रशासन अपनी पूर्व की गलतियों को सुधारे और अंतरराष्ट्रीय समझौतों को पूरा करने के रास्ते पर लौटकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान करे.’’

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका 2018 में ईरान के परमाणु समझौते से अलग हो गया था. इस समझौते के तहत ईरान आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले में यूरेनियम संवर्धन की सीमा तय करने पर राजी हुआ था.समझौते से हटने के बाद अमेरिका ने ईरान पर फिर से आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे, जिससे ईरान की अर्थव्यवस्था चरमरा गई और ऊपर से कोविड-19 महामारी ने इसे बेहद बुरी स्थिति में डाल दिया है.

इस संबंध में प्रतिबंधों पर कोई रास्ता निकालने के लिए यूरोप पर दबाव डालने के प्रयास में ईरान ने धीरे-धीरे परमाणु समझौते की सीमाओं से बाहर जाना शुरू कर दिया था.

इसी बीच ईरान में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से रविवार को रिकॉर्ड 459 लोगों की मौत हुई. इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 38,291 हो गई. वहीं पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 9,236 नए मामले सामने आए हैं और अब तक देश में 682,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं.